ब्रासीलिया: हाल ही में रियो डी जनेरो में एक 16 साल की एक लड़की से 33 लोगों ने 36 घंटे तक सामूहिक दुष्कर्म किया गया। इस मामले के सामने आने के बाद ब्राजील के लोगों का गुस्सा भड़क गया। जिसके बाद ब्राजील में विरोध प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया था। ह्यूमन राइट्स कमीशन ने भी इस पर सख्त रुख दिखाया। जिसके बाद ब्राजील के अंतरिम राष्ट्रपति मिशेल टेमर ने राज्यों के सुरक्षा मंत्रियों की एक आपात बैठक बुलाई है। इस घटना की दुनिया भर में निंदा की गई है।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक इकाई बनाने का संकल्प
इसके साथ ही अंतरिम राष्ट्रपति टेमर ने महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा से निपटने के लिए संघीय पुलिस की एक इकाई बनाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा,"मैं रियो डी जिनेरियो में किशोरी के साथ हुई दुष्कर्म की घटना की पुरजोर निंदा करता हूं। इससे यह पता चलता है कि हम 21वीं सदी में भी इस प्रकार के अपराधों के बीच जी रहे हैं।"
प्रेमी के घर जा ते समय किया गया अपहरण
एक रिपोर्ट के अनुसार, 16 वर्षीय पीड़िता ने कहा है कि 21 मई को जब वह अपने प्रेमी के घर जा रही थी तो उसी दौरान उसका अपहरण किया गया और उसके बाद जब उसे होश आया तो उसने स्वयं को किसी दूसरे घर में कुछ अनजान लोगों के बीच पाया। उसके बाद सोशल मीडिया पर लड़की पर हुए हमले का 40 सेकंड का वीडियो वायरल हो गया और इसे साझा करने वाले व्यक्ति के खाते को हटाने से पहले ही इस पर कई प्रतिक्रियाएं आ चुकी थीं। पुलिस इस मामले में 30 संदिग्धों की खोज कर रही है। गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए हैं, जिसमें से एक वारंट पीड़िता के प्रेमी के खिलाफ भी है।
दुष्कर्मियों ने टि्वटर पर साझा की तस्वीरें
पीड़िता द्वारा पुलिस को दिए बयान के अनुसार, उसे 22 मई को होश आया और उसने स्वयं को घर में नग्न और घायल अवस्था में पाया। इसके बाद खुद को संभालते हुए वह अपने घर पहुंची। उसी दिन उसने देखा कि दुष्कर्मियों ने कुछ फोटो टि्वटर पर साझा किए हैं। फेसबुक पर जारी संदेश में पीड़िता ने कहा कि उसे मिले समर्थन के लिए वह बेहद शुक्रगुजार है, क्योंकि उसे लगा था कि काफी लोग उसे गलत समझेंगे।