डाकार: अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत (ICC) के निरीक्षण बोर्ड के प्रमुख ने दक्षिण अफ्रीका और बुरूण्डी से कहा है कि वे अदालत को छोड़ने का अपना फैसला रद्द कर दें। ऐसा अंदेशा है कि उनके इस कदम से अन्य अफ्रीकी देश भी सामूहिक रूप से अदालत को छोड़ सकते हैं। सेनेगल के न्याय मंत्री सिदिकी काबा ने कहा, हमें इस मौके का लाभ बातचीत करने के लिए उठाना चाहिए। सदस्य देश 16 नवंबर से 24 नवंबर के बीच मुलाकात करने वाले हैं और काबा का मानना है कि यहां वार्ता होगी और सर्वसम्मति भी बन सकती है।
ICC सभा के अध्यक्ष काबा ने कहा, किस तरह के बदलाव किए जा सकते हैं इसे सुनने और समझने के लिए दी एसेंबली ऑफ स्टेट्स पार्टिज एक स्थापित ढांचा है। हेग, नीदरलैंड में स्थित अदालत की इस बात के लिए आलोचना की जाती है कि यहां जिन लोगों पर अभियोग चलाया जाता है, उनमें से ज्यादातर अफ्रीकी नागरिक होते हैं। इस बारे में काबा ने कहा, लेकिन हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि अदालत में आवदेन भी अफ्रीकी देशों ने ही दिया था। दक्षिण अफ्रीका की मुख्य विपक्षी पार्टी ने सरकार के ICC से बाहर होने के पिछले हफ्ते के फैसले की कड़ी आलोचना की थी, जिस पर काबा की यह टिप्पणी आई है। इस समूह में 120 से अधिक सदस्य देश हैं।
पिछले हफ्ते ही बुरूण्डी के राष्ट्रपति पियेरे कुरनजीजा ने भी ICC से बाहर होने संबंधी कानून पर हस्ताक्षर किए थे। ह्यूमन राइट्स वॉच ने आईसीसी से बाहर होने के दक्षिण अफ्रीका के फैसले को नृशंस अपराधों में न्याय दिलाने की प्रतिबद्धता को बड़ा झटका बताया था और ICC सदस्य देशों को अपना समर्थन मजबूत बनाए रखने की अपील की थी। कुछ अफ्रीकी देशों का तर्क है कि अदालत भेदभावपूर्ण तरीके से उनके महाद्वीप को निशाने पर ले रही है।