कानकुन: वैश्विक एयरलाइंस के निकाय अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (IATA) ने कुछ पश्चिम एशिया के देशों द्वारा कतर पर लगाए गए हवाई यात्रा अंकुशों का विरोध किया है। आईएटीए का कहना है कि हवाई संपर्क तत्काल बहाल होना चाहिए। इन देशों ने दोहा के साथ अपने राजनयिक रिश्ते खत्म करने की घोषणा की है। आईएटीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और महानिदेशक एलेग्जेंडर डे जूलियाक ने सवालों के जवाब में कहा कि हम इस प्रतिबंध के पक्ष में नहीं हैं। हम चाहेंगे के हवाई संपर्क जल्द से जल्द बहाल लागू किया जाए। (वैज्ञानिकों ने खोजा पृथ्वी का सबसे गर्म ग्रह)
सउदी अरब, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन ने कतर से राजनयिक संबंध समाप्त कर लिए हैं और परिवहन संपर्क भी समाप्त कर लिए हैं। इन देशों द्वारा कतर से हवाई संपर्क समाप्त होने से बड़ी संख्या में भारतीय भी प्रभावित होंगे, जो दोहा के रास्ते यूरोप और अमेरिका जाते हैं। वायु यातायात के ताजा आंकड़े जारी करते हुए डे जूनियाक और IATA के अन्य अधिकारियों ने कहा कि भारत सहित एशिया प्रशांत से हवाई यातायात की मांग पिछले कुछ सप्ताह से सतत है। पश्चिम एशिया से उत्तरी अमेरिका के गंतव्यों को इलेक्ट्रानिक्स उपकरणों पर अमेरिकी प्रतिबंध से इसकी दर प्रभावित हुई है।
अमेरिका द्वारा 21 मार्च को इलेक्ट्रानिक उपकरणों पर प्रतिबंध की घोषणा के बाद पश्चिम एशिया की एयरलाइंस का अमेरिका को राजस्व माह के दौरान सालाना आधार पर 2.8 प्रतिशत घटा है। आईएटीए सालाना बैठक और विश्व हवाई परिवहन सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। आईएटीए के आंकड़ों के अनुसार भारत का घरेलू यातायात राजस्व 15.3 प्रतिशत प्रति किलोमीटर की दर से बढ़ा है।