अक्रा: अफ्रीका के देश घाना की सरकार ने हाल ही में एक नया नियम पेश किया है। इस नियम के अनुसार, सरकार चाहती है कि मस्जिदों में अजान के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल के बदले वॉट्सऐप का इस्तेमाल किया जाए। सरकार ने यह नियम इसलिए पेश किया है ताकि ध्वनि प्रदूषण से बचा जा सके। सरकार ने कहा है कि वॉ़ट्सऐप के जरिए अजान देकर लोगों को बुलाया जाए। DW की एक रिपोर्ट के अनुसार, घाना में मस्जिदों और चर्च से आती लाउडस्पीकरों की आवाज से ध्वनि प्रदूषण दर्ज किया गया है। (इस्राइल ने 207 अफ्रीकी प्रवासियों को जेल से रिहा किया )
इसे देखते हुए मस्जिदों से कहा जा रहा है कि वह लोगों को मोबाइल से मैसेज कर नमाज के लिए बुलाए। घाना के पर्यावरण मंत्री क्वाबेना फ्रिम्पोंग-बोटेंग ने कहा कि, ''नमाज के लिए टेक्स्ट मैसेज या वॉट्सऐप के जरिये क्यों नहीं बुलाया जा सकता है? इसलिए इमाम सभी को वॉट्सऐप मैसेज भेजेगा।''
मंत्री ने कहा कि, ऐसा करने से ध्वनि प्रदूषण में कमी आएगी। ऐसा करना विवादास्पद हो सकता है लेकिन हम इस चीज के बारे में सोच सकते हैं। सरकार ने यह उम्मीद जताई कि ऐसा करने से शोर-शराबे को कम किया जा सकता है। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगों ने सरकार के इस विचार को खारिज किया है।