अंकारा: कहते हैं कि फितूर जो न करवाए वो कम है। अपने फितूर को पूरा करने के चक्कर में लोग अक्सर नतीजे की परवाह नहीं करते और कुछ ऐसा कर बैठते हैं कि उन्हें पछतावा होने लगता है। कुछ ऐसा ही हुआ एक मोहतरमा के साथ जिनपर सेल्फी का भूत सवार था। लेकिन वो सही पोज के चक्कर में दो चट्टानों के बीच जा फंसी और फिर उन्हें बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं सूझा।
दरअसल ये मोहतरमा एक यूनीवर्सिटी स्टूडेंट हैं और वो सूर्यास्त के साथ एक बेहतरीन सेल्फी लेने की जुगत में थीं, लेकिन इसी बीच उनका पांव दगा दे गया और वो दो चट्टानों के बीच जा पहुंचीं। घंटों की मशक्कत के बाद मोहतरमा बाहर आ पाईं और उन्होंने राहत की सांस ली। सेल्फी का भूत इन दिनों लोगों पर इस कदर हावी है कि प्रमुख शहरों को नो सेल्फी जोन में शामिल करना पड़ गया है। ऐसे बहुत सारे वाकये सामने आए हैं जिनमें सेल्फी के कारण लोगों की जानें गई हैं।
कैसे फंसी मोहतरमा:
सेविले के नाम की ये मोहतरमा सैमसन प्रांत के अटाकुम जिले में तुर्की के उत्तरी तट पर मेरिना के पास चहलकदमी कर रही थीं। उसने तय किया था कि उसे चट्टानों के ऊपर से किस तरह का पोज अपने मोबाइल कैमरे में कैद करना है। वो जैसे ही फोटो खींचने वाली थी उसके हांथ से मोबाइल फिसल गया और वो गिर गई। मोबाइल को पकड़ने के चक्कर में वो फिसलकर दो चट्टानों के बीच जा फंसीं। आनन-फानन में फायर सर्विस को बुलाया गया और करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद वो चट्टानों के चंगुल से छूट पाईं। हालांकि वो सेल्फी नहीं ले पाईं और वो जब चट्टानों के बीच से बाहर आईं अंधेरा हो चुका था। इसके कारण मोहतरमा ने अपना फोन भी खो दिया।