नई दिल्ली: आतंकवाद के मुद्दे पर भारत को पूरी दुनिया से समर्थन मिल रहा है। फ्रांस आज आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर पर बैन के लिये संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव लेकर आ रहा है। ये दूसरा मौका है जब फ्रांस ये प्रस्ताव लेकर आएगा। अमेरिका और ब्रिटेन इस प्रस्ताव का स्वागत करेंगे।
फ्रांस सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य है और पुलवामा हमले के बाद उसने भारत का साथ देने की बात कहते हुए कहा था कि भारत को अपनी रक्षा में हर कदम उठाने का हक है। अब से थोड़ देर बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक होगी जिसमें फ्रांस ये प्रस्ताव लेकर आएगा।
फ्रांस के इस कदम के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की मुसीबतें बढ़ गई हैं क्योंकि इमरान ने ये कह कर अपनी फज़ीहत करवा ली है कि उसे पुलवामा हमले के सबूत चाहिए जबकि जैश ए मोहम्मद खुद इसकी ज़िम्मेदारी ले चुका है और इस आतंकी संगठन का सरगना मसूद अज़हर खुलेआम पाकिस्तान में घूम रहा है।
वहीं न्यूजीलैंड की पार्लियामेंट तो पुलवामा अटैक के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास कर चुकी है। न्यूजीलैंड के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर विंस्टर पीटर्स ने कहा कि इस दुख की घड़ी में न्यूजीलैंड पूरी तरह भारत के साथ खड़ा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप हमले को भयानक बता चुके हैं और जल्द ही इस पर बयान जारी करने वाले हैं। अमेरिका पाकिस्तान से सख्त लहज़े में कह चुका है कि वो पुलवामा के गुनहगारों पर सख्त कार्रवाई करे।