बामाको: माली में जेल से फरार होने की कोशिश कर रहे 14 जिहादियों को सेना ने मार गिराया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन जिहादियों को एक दिन पहले ही माली में पूछताछ के लिए लाया गया था। सेना ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि इन जिहादियों ने जेल से भागने की कोशिश की, जिसके बाद हुई जवाबबी कार्रवाई में 14 की जान चली गई। वहीं, 2 स्थानीय अधिकारियों ने बताया है कि मध्य माली के डिओरा में 20 नागरिकों को या तो गिरफ्तार किया गया या मार दिया गया।
इन अधिकारियों ने जेल से भागने की कहानी पर शक जताया है। मंगलवार को एमनेस्टी इंटरनेशनल ने पिछले हफ्ते 6 शवों वाली सामूहिक कब्र मिलने के बाद गैर-न्यायिक हत्याओं की जांच के लिए माली के अधिकारियों से संपर्क साधा था। कभी अफ्रीका में लोकतंत्र और स्थायित्व के प्रतीक के तौर पर देखे जाने वाला माली हाल ही में तख्तापलट, गृहयुद्ध और इस्लामिक आतंकवाद से जूझता नजर आया है। इससे इस देश की स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ा है और यह संकटग्रस्त देशों की सूची में आ गया है।
वर्ष 2012 की शुरुआत में माली के उत्तरी रेगिस्तानी इलाके में कट्टरपंथी अलकायदा ने नियंत्रण कर लिया था लेकिन जनवरी 2013 में फ्रांसीसी सेना के नेतृत्व में चलाए गए अभियान के दौरान बड़े पैमाने पर उनका सफाया कर दिया गया था। माली सरकार ने जून 2015 में कुछ सशस्त्र जिहादी समूहों के साथ शांति समझौता किया था लेकिन जिहादी अब भी सक्रिय हैं और देश के बड़े हिस्से में अब भी अराजकता है।