यरूशलम: बलात्कार और न्याय प्रक्रिया में बाधा पैदा करने के मामलों में सात वर्ष की जेल की सजा काट रहे इस्राइल के पूर्व राष्ट्रपति मोशे कातसाव को पांच वर्ष जेल में रहने के बाद रिहा कर दिया गया। उनको पहले रिहा किये जाने की महिला संगठनों और वामपंथी नेताओं ने कड़ी आलोचना की है। वर्ष 2000 से 2007 तक इस्राइल के आठवें राष्ट्रपति के रूप में कार्य करने वाले कातसाव (71) को पर्यटन मंत्रालय में एक पूर्व कर्मचारी का बलात्कार करने और यौन उत्पीड़न के मामले में दिसंबर 2010 में दोषी ठहराया गया था।
उनको राष्ट्रपति के अपने कार्यकाल के दौरान आधिकारिक आवास पर दो अन्य महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न करने और उनमें से एक के साथ मारपीट करने का भी दोषी पाया गया। मई 2011 में कातसाव को न्याय प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न करने का भी दोषी पाया गया। राज्य अभियोजक द्वारा अपनी आपत्तियों को वापस लिए जाने के बाद कातसाव को कल रिहा कर दिया गया। अभियोजक ने कहा कि वह पूर्व राष्ट्रपति को रिहा करने की अनुमति देने संबंधी पेरोल बोर्ड की सिफारिशों के खिलाफ अपील नहीं करेगा।
कातसाव को रिहा किये जाने से जुड़ी शर्तों में कहा गया है कि वे ऐसे पद पर कार्य नहीं करेंगे, जहां महिलाएं उनके अधीन काम करें। साथ ही यह शर्त भी रखी गयी है कि वह साक्षात्कार नहीं दे सकते हैं। उनको अगले दो दिनों तक रात के दस बजे से सुबह छह बजे तक नजरबंद रखा जाएगा। वामपंथी धड़े के मेरेट्ज पार्टी के सांसदों जिहवा गैलन, माइकल रोजिन और तमार जंडबर्ग ने पेरोल बोर्ड के निर्णय की आलोचना करते हुए कहा कि कातसाव ने सत्ता में रहते हुए बलात्कार के लिए अपनी राजनीतिक शक्ति का इस्तेमाल किया और अब समय से पूर्व रिहा किये जाने को लेकर भी उसी राजनीतिक शक्ति का इस्तेमाल कर रहे हैं।