अफ्रीकी देश इथोपिया में एक विमान दुर्घटना में 157 यात्रियों की मौत हो गई। मृतकों में 4 भारतीय भी शामिल हैं। विमान इथोपिया की राजधानी अदीस अबाबा के हवाई अड्डे से उड़ान भरने के 6 मिनट के भीतर इथोपियन एयरलाइंस का बोइंग 737 दुर्घटनाग्रस्त हो गया। रविवार को हुए इस हादसे में मरने वालों में संयुक्त राष्ट्र से सम्बद्ध कम से कम एक दर्जन लोग शामिल हैं। हादसे के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारतीय एजेंसियों को मौके पर नज़र रखने और शीघ्र मदद पहुंचाने का आदेश दिया है।
विश्व के नेताओं ने बोइंग 737 (विमान) की दुर्घटना पर गहरा दुख जताया है। वहीं मृतकों की पहचान सामने आने के साथ ही नैरोबी के केन्यात्ता अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (जेकेआईए) पर शोकसंतप्त लोग इकट्ठा होना शुरू हो गए। संयुक्त राष्ट्र के सूत्रों ने जानकारी दी कि अंदेशा है कि मृतकों में संयुक्त राष्ट्र से सम्बद्ध कम से कम एक दर्जन लोग शामिल हैं। सूत्र ने बताया कि मृतकों में संयुक्त राष्ट्र के पर्यावरण सम्मेलन में जा रहे स्वतंत्र दुभाषिये भी शामिल हो सकते हैं।
हादसे के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि इथोपियन एयरलाइंस के जहाज ईटी 302 के दुर्घटना की खबर सुनकर वे स्तब्ध हैं। इस दुर्घटना में 4 भारतीय लोगों की जानें गई हैं। मैंने इथोपिया में भारतीय उच्चायोग को पीडि़त परिवारों को सभी प्रकार की मदद पहुंचाने को कहा है।
स्लोवाक के सांसद एंतोना हरन्को ने फेसबुक पर लिखा, ‘‘ मुझे यह बताते हुए बहुत दुख हो रहा है कि आज सुबह अदीस अबाबा में हुए विमान हादसे में मेरी प्रिय पत्नी ब्लंका, बेटा मार्टिन और बेटी मकेला की मौत हो गई है।’’ मृतक यात्रियों में 35 देशों के नागरिक और संयुक्त राष्ट्र के पासपोर्ट वाला एक व्यक्ति शामिल है। एयरलाइन के सीईओ टी. गेब्रेमरियम ने बताया कि विमान ने अदीस अबाबा के बोले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से सुबह आठ बजकर 38 मिनट पर उड़ान भरी थी लेकिन ईटी 302 छह मिनट बाद सुबह आठ बजकर 44 मिनट पर राजधानी के दक्षिणपूर्व में करीब 60 किलोमीटर दूर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। उन्होंने इसे बहुत दुखद घटना बताया है।
अलग-अलग देशों की सरकारों ने कहा कि मृतकों में सैलानी, कारोबारी, डॉक्टर और केन्या के एक फुटबॉल अधिकारी शामिल हैं। विमान में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के कम से कम एक स्टॉफ सदस्य सवार थे। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) की नैरोबी में वार्षिक बैठक सोमवार से शुरू हो रही है जिसमें, राष्ट्र अध्यक्ष, मंत्री, कारोबारी नेता, संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारी और सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। यूएनईपी की कार्यवाहक अध्यक्ष जॉयसी म्सूया ने स्टाफ को भेजे संदेश में कहा, ‘‘ जैसे की आपने पहले से सुना है कि हमारा कम से कम एक सहयोगी लापता है।’’ उन्होंने कहा कि और नुकसान का अंदेशा है।
विमान कंपनी ने ट्विटर पर अपना लोगो बदलकर अश्वेत और श्वेत कर लिया है और कहा कि हादसे में कोई जीवित नहीं बचा है। बाद में मृतकों के रिश्तेदारों को एक होटल में ले जाया गया जहां उनसे बातचीत की गई और उन्हें काउंसलिंग की पेशकश की गई। हालांकि पत्रकारों को इसमें जाने की इजाजत नहीं दी गई।
इथोपियन एयरलाइन ने बताया कि मृतकों में सर्वाधिक 32 लोग केन्या के हैं । इसके बाद कनाडा के 18, इथोपिया के नौ, इटली, चीन और अमेरिका के आठ-आठ नागरिक शामिल हैं। मृतकों में ब्रिटेन और फ्रांस के सात-सात, मिस्र के छह, जर्मनी के पांच लोग शामिल हैं। इसके अलावा मृतकों में अफ्रीका के 12 देशों और यूरोप के 14 देशों के नागरिक शामिल हैं।
अफ्रीकी संघ के प्रमुख मूसा फकी महमता ने कहा कि वह स्तब्ध हैं और उन्हें बहुत दुख है, जबकि आईजीएडी पूर्वी अफ्रीकी खंड के कार्यकारी सचिव महबूब मालिम ने कहा कि क्षेत्र और दुनिया इस वक्त शोक में है। इथोपिया, केन्या, उगांडा, ब्रिटेन, जर्मनी और भारत ने शोक संदेश जारी किए हैं। एयरलाइन के सीईओ गेब्रेमरियम ने पत्रकारों को बताया कि पायलट ने परेशानी में होने की सूचना भेजी थी और उसे लौटने की मंजूरी दी गई थी। वरिष्ठ कैप्टन वाई गेटच्वयू को 8,000 घंटे उड़ान भरने का अनुभव था। उन्होंने बताया कि दुर्घटना की जांच इथोपिया और अमेरिकी जांचकर्ता करेंगे। गेब्रेमरियम ने बताया कि यह विमान रविवार को जोहिन्सबर्ग से आया था और तीन घंटे अदीस अबाबा में रहा था और इसमें कोई परेशानी नहीं थी।