सऊदी अरब: ये एक ऐसा रोज़गार है जिसका किसी बेरोज़गार की फ़ेहरिस्त में शायद ही जगह मिलती हो लेकिन है ये रोज़गार। इसके लिए सिर्फ़ और सिर्फ़ एक योग्यता होनी चाहिये और वो है पत्थर का दिल।
दरअसल सऊदी अरब में सज़ा-ए-मौत की क़तार इतनी लंबी हो गई है कि उन्हें मौत के घाट उतारने के लिए लोगों की कमी पड़ गई है। इसी सिलसिले में सऊदी अरब ने आठ पदों के लिए एक विज्ञापन निकाला है।
सऊदी अरब में अमूमन मौत की सज़ा पाए व्यक्ति का सरेआम सिर कलम किया जाता है।
विज्ञापन में नौकरी की एक शर्त भी है। नौकरी की दरकार रखने वालों का मुख्य काम तो सिर कलम करना होगा लेकिन इसके पहले उन्हें कम गंभीर आरोप वाले क़ैदियों के बतौर सज़ा हाथ-पैर काटकर अपनी ‘बहादुरी’ साबित करनी होगी।
विश्व में सबसे ज़्यादा मौत की सज़ा देने वाले देशों में सऊदी अरब का पांचवा नंबर आता है हालंकि 2014 में इसका तीसरा नंबर था। पहले नंबर पर चीन, दूसरे पर ईरान, चौथे पर ईराक़ और पांचवे नंबर पर अमेरिका था।
एमनेस्टी इंटरनेशनल के अनुसार पिछले साल 90 लोगों के सिर कलम किए गए थे। इनमें ज़्यादातर वे थे जिन पर हत्या का आरोप था। इनमें आधे सऊदी अरब के थे जबकि बाक़ी पाकिस्तान, यमन, सीरिया, जॉर्डन, भारत, इंडोनेशिया, बर्मा, शाद, इरिट्रिया फ़िलीपीन्स और सूडान के थे।