सीरिया में पूर्वी शहर दीर अल ज़ूर में सरकारी नियंत्रण वाले इलाक़ों में चरमपंथी संगठन ISIS के हमलों में दर्जनों लोगों के मारे जाने की ख़बर है।
लंदन स्थित सीरियन ऑब्जरवेटरी फ़ॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक़ इन हमले में 85 आम नागरिक और 50 सीरियाई सैनिक मारे गए हैं।
जबकि सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी सना ने इन हमलों में कम से कम 300 आम नागरिक के मारे जाने का दावा किया है।
इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने चिंता ज़ाहिर की है कि जिन इलाक़ों की घेराबंदी की गई है वहां स्थिति तेज़ी से बदतर हो रही है।
मानवीय मामलों में समन्वय करने वाले संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय ओसीएचए का कहना है कि क़रीब दो लाख लोग इन इलाक़ों में फंसे हुए हैं।
सीरिया की लोकल कॉर्डिनेशन कमेटीज़ (एलसीसी) का कहना है कि ISIS के लड़ाकों ने शनिवार तड़के सरकार के नियंत्रण वाले इलाक़ों पर हमला शुरू किया.
एलसीसी के मुताबिक़ पहले एक कार बम धमाका हुआ और फिर उसके बाद ज़मीनी हमला शुरू हुआ। सरकारी सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए हवाई हमले किए और भारी हथियारों से गोलीबारी की।
रूस का कहना है कि इलाक़े में फंसे आम नागरिकों की मदद के लिए उसने राहत सामग्री गिराई है. ऐसी भी ख़बरें हैं कि रूस ने उन इलाक़ों में हवाई हमले किए हैं।
सीरियन ऑब्जरवेटरी फ़ॉर ह्यूमन राइट्स का दावा है कि शहर के लगभग 60 फ़ीसदी इलाक़े पर ISIS का क़ब्ज़ा है।