हाल ही में खबर आई है कि सऊदी अरब की भ्रष्टाचार कमेटी ने 11 राजकुमारों सहित चार मंत्रियों और दर्जनों पूर्व मंत्रियों को गिरफ्तार कर लिया है। हिरासत में लिए गए लोगों के नामों का खुलासा नहीं किया गया है। और ना ही इस बात का खुलासा हो पाया है कि इन सभी को किस मामले में गिरफ्तार किया गया है। अल अराबिया समाचार चैनल ने कल देर शाम यह खबर दी कि देश के शक्तिशाली वली अहद शहजादे (क्राउन प्रिंस) मोहम्मद बिन सलमान की अगुवाई में भ्रष्टाचार की नई जांच में 11 शहजादों और दर्जनों पूर्व मंत्रियों को हिरासत में लिया गया है। मोहम्मद को नई समिति की निगरानी करने के लिए नामित किया गया है। (इन पोस्टरों पर भड़के पाक एक्सपर्ट ने कहा, UK और स्विट्जरलैंड को बर्बाद कर देंगे)
अल अराबिया की खबर के मुताबिक, समिति वर्ष 2009 में जेद्दा में आई विनाशकारी बाढ़ की तहकीकात करने के अलावा, मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटोरी सिंड्रोम (एमईआरएस) संक्रमण पर सऊदी सरकार की प्रतिक्रिया की भी जांच कर रही है। इस संक्रमण ने पिछले कुछ सालों में सैकड़ों लोगों की जान ली है। इस बीच, सऊदी अरब के उलेमा की शीर्ष परिषद ने एक बयान जारी कर कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना इस्लामी फर्ज है। इतनी उच्च स्तरीय गिरफ्तारियों के लिए मजहबी नेताओं का समर्थन जरूरी है।
सरकार ने कहा कि भ्रष्टाचार रोधी समिति को गिरफ्तारी वारंट जारी करने, यात्रा प्रतिबंध लगाने और बैंक खातों पर रोक लगाने के अधिकार हैं। यह समिति कोष का पता लगा सकती है, कोष के स्थानातंरण को रोक सकती है तथा अन्य एहतियाती उपाय कर सकती है जब तक कि मामलों को न्यायपालिका में न भेजा जाए।