रियाद: महिलाओं के वाहन चलाने पर लगे दशकों लंबे प्रतिबंध को हटाने के बाद रूढिवादी देश सऊदी अरब में यौन उत्पीड़न को आपराधिक गतिविधि घोषित करने की मांग उठ रही है। तकरीबन एक महीने बाद सऊदी अरब में महिलाओं के वाहन चलाने पर लगा प्रतिबंध हट जायेगा। शुरा काउंसिल ने सोमवार को पारित कानूनी मसौदे में कैबिनेट को सलाह दी है कि इस मामले में पांच साल की कैद और तीन लाख रियाल जुर्माने का प्रावधान किया जाए। (अफगान: कंधार और लोगार में हुए हमलों में कम से कम 10 लोगों की मौत )
सऊदी अरब के सूचना मंत्रालय ने एक बयान में शूरा काउंसिल की लतीफ अल शालन के हवाले से कहा है कि इस बिल का मसौदा देश में बेहद अहम साबित हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा , ‘‘ यह कानून में बड़े खाली स्थान को भरेगा और प्रतिरोधक साबित होगा। ’’
सऊदी में 24 जून से महिलाओं पर लगा वाहन चलाने का प्रतिबंध हट जायेगा। इसे शाहजादे मोहम्मद बिन सलमान के उदारीकरण के तौर पर प्रचारित किया जा रहा है जो खुद को प्रगतिशील सुधारक के तौर पर पेश करते हैं। इससे पहले भी सलमान ने कई महत्वपूर्ण प्रतिबंधों को हटाया था।