जोहान्सबर्ग: राष्ट्रपति जैकब जुमा के इस्तीफे की मांग करते हुए हजारों दक्षिण अफ्रीकियों ने देशभर की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, 31 मार्च को संवैधानिक अदालत के फैसले के बाद 75 से भी ज्यादा नागरिक संगठनों ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था। अदालत के फैसले में कहा गया था कि एनकांडला में अपने निजी निवास पर अनियमित खर्च पर लोक अभियोजक थुली मडोंसेला की रिपोर्ट की अनदेखी कर जुमा देश के संविधान को अक्षुण्ण रखने, उसकी रक्षा करने और सम्मान करने में विफल रहे हैं।
पूरे दक्षिण अफ्रीका में जुमा के खिलाफ हो रहे हैं विरोध-प्रदर्शन
जोहान्सबर्ग, केप टाउन, डर्बन और देश भर के अन्य शहरों में जुमा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। जोहान्सबर्ग में शिक्षाविदों, राजनीतिज्ञों, पर्यावरणविदों, छात्रों, व्यापार संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मुक्ति गीत गाए और जुमा के इस्तीफे की मांग करते हुए तख्तियां लहराईं। दक्षिण अफ्रीका के इवेंजेलिकल अलाएंस के महासचिव रेवेरेंड मॉस एनटल्हा ने कहा, "संविधान की रक्षा करना राष्ट्रपति का कर्तव्य है। जुमा ने इसका अपमान किया है और यह संकेत है कि वह राष्ट्रपति बने रहने योग्य नहीं हैं। हम उनके तत्काल इस्तीफे की मांग करते हैं। हम उनकी पार्टी 'अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (एएनसी)' से उन्हें बर्खास्त करने की मांग करते हैं।"
विपक्षी दल ने कहा, संविधान की रक्षा के लिए जुमा का इस्तीफा ज़रूरी
एनटल्हा ने कहा, "देश में तीन अगस्त को स्थानीय चुनाव होंगे और जुमा के राष्ट्रपति बने रहने की स्थिति में एएनसी को मतदाताओं की सजा भुगतनी पड़ेगी।" विपक्षी पार्टी अजापो के नेता नेल्सन क्वे केमा ने दक्षिण अफ्रीकियों को जुमा को इस्तीफा देने के लिए बाध्य करके संविधान की रक्षा करने को कहा है। उन्होंने कहा, "हमें अपनी स्वतंत्रता और लोकतंत्र की रक्षा करनी चाहिए। हमें मिलकर जुमा को बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए।"