गाबोरोने: अफ्रीका महाद्वीप में स्थित देश बोत्सवाना में खदान से एक बड़े आकार का हीरा मिला है। इस हीरे का वजन 1,098 कैरट बताया जा रहा है और यह इतिहास का तीसरा सबसे बड़ा हीरा हो सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अभी तक इस हीरे की कीमत के बारे में अंदाजा नहीं लगाया गया है। इसकी कीमत पता चलने के लिए दुनिया को अभी कुछ और हफ्तों तक इंतजार करना होगा। उच्च गुणवत्ता वाला 1098.3 कैरेट का यह हीरा इस महीने की शुरुआत में बोत्सवाना की ज्वानेंग खदान से निकाला गया। इस खदान पर बोत्सवाना सरकार, देबस्वाना और डी बीयर्स ग्रुप का मालिकाना हक है।
73 मिलीमीटर लंबा है यह खास हीरा
हीरे के बारे में बात करते हुए देबस्वाना की कार्यकारी प्रबंध निदेशक लियनेटे आर्मस्ट्रांग ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि यहां से हम जल्द ही और बड़े हीरे निकाल सकेंगे। इस आकार का हीरा ठीक-ठाक अवस्था में निकाल पाना एक उपलब्धि के समान है।’ उन्होंने बताया कि ज्वानेंग खदान से निकाला गया यह हीरा 73 मिलीमीटर लंबा, 52 मिलीमीटर चौड़ा और 27 मिलीमीटर मोटा है तथा यह कंपनी के 50 साल के इतिहास में खदानों में पाया गया सबसे बड़ा हीरा है। आर्मस्ट्रांग ने बताया कि इससे पहले ज्वानेंग खदान में सबसे बड़ा 446 कैरट का हीरा 1993 में मिला था।
‘जल्द ही तय की जाएगी हीरे की कीमत’
वहीं, देबस्वाना की प्रवक्ता राहेल मोथिबत्सेला ने कहा, ‘हमारी कंपनी बोत्सवाना गणराज्य की सरकार और डी बीयर्स के साथ हीरे की कीमत तय करने और इसे बेचने के लिए काम करेगी ताकि बोत्सवाना की जनता के लिए अधिकतम लाभ सुनिश्चित किया जा सके। बता दें कि अकेले बोत्सवाना से डी बियर्स कंपनी के दो-तिहाई से ज्यादा हीरे मिलते हैं। वहीं, यह देश अपने 90 प्रतिशत एक्सपोर्ट्स के लिए हीरों पर निर्भर करता है। पिछले साल कोरोना महामारी के लिए हीरों के उत्पादन पर काफी असर पड़ा था जिससे बोत्सवाना सरकार का बजट भी बिगड़ गया था।