संयुक्त राष्ट्र में भारत को बहुत बड़ी जीत हासिल हुई है। हेग की अंतर्राष्ट्रीय अदालत में भारतीय जज दलवीर भंडारी ने लगातार दूसरी बार बाजी मारी है। दलवीर भंडारी का मुकाबला ब्रिटेन के क्रिस्टोफर ग्रीनवुड से था। जस्टिस भंडारी को जनरल असेंबली में 183 मत मिले जबकि सिक्योरिटी काउंसिल में जस्टिस भंडारी को 15 मत मिले। ICJ के 72 साल के इतिहास में पहली बार को ब्रिटिश जज नहीं होगा। गौरतलब है कि दलबीर भंडारी पहले से ICJ के जज रहे हैं और वह दूसरी बार वह जज की जंग लड़ रहे थे, लेकिन सुरक्षा परिषद में रूस, फ्रांस, चीन और ब्रिटेन जैसे देशों के विरोध की वजह से उन्हें बहुमत नहीं मिल पा रहा था। (दुनिया के किसी भी कोने में हमला करने सक्षम है चीन की ये मिसाइल)
ब्रिटिश उम्मीदवार के नाम लेने के बाद दलबीर को सुरक्षा परिषद के भी 15 वोट मिल गए, और उन्हें जीत हासिल हुई। दलबीर इकलौत ऐसे भारतीय जज हैं जिन्हें लगातार दूसरी बार ICJ में जज बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। आपको बता दें कि ICJ में 15 जज होते हैं, हर 3 साल पर 5 जजों का चुनाव होता है। 4 जजों का चुनाव 9 नवंबर को हुआ था और पांचवें जज पर पेंच फंसी हुई थी। यदि अंतिम दौर के मतदान में नतीजा नहीं निकलता तो एक कमेटी फैसला करती है। लेकिन जनरल एसेंबली में दलवीर भंडारी के पास 2/3 से ज्यादा बहुमत था।
दलवीर भंडारी के पास जनरल एसंबली में इतने ज्यादा वोट थे कि ब्रिटेन को हार का डर सताने लगा। ब्रिटेन को लगा कि भारत से हार मिलने के बाद ICJ में उसकी बहुत किरकिरी होगी, जिसके चलते हार के डर से ब्रिटेन ने अपनी उम्मीदवारी वापस लेने का फैसला किया। ICJ के दूसरी बार जज बने जस्टिल दलवीर भंडारी पद्मभूषण पुरस्कार प्राप्त है। इसके साथ ही भंडारी सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जज भी रह चुके हैं। 40 साल से भी अधिक समय से भंडारी न्यायपालिका से जुड़े रहे हैं। साल 2005 में वह सुप्रीम कोर्ट और साल 2012 में वह ICj के जज बने थे। दलवीर की जीत पर भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा 'वंदे मातरम- इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में भारत की जीत हुई। जय हिंद'