काहिरा: सूडान के सैन्य बलों ने देश के प्रधानमंत्री अब्दुल्ला हमदोक को नजरबंद कर दिया है। देश का नेतृत्व करने वाले कई अन्य सदस्यों को भी हिरासत में ले लिया गया है। इसे तख्तापलट के रूप में देखा जा रहा है। सूडान के सूचना मंत्रालय ने बताया है कि देश के अंतरिम प्रधानमंत्री नजरबंद हैं और उन्हें सैन्य तख्तापलट के समर्थन में संदेश जारी करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। पूर्व निरंकुश शासक उमर अल-बशीर को सत्ता से हटाए जाने के बाद, दो साल से अधिक समय से जारी लोकतंत्रिक सरकार बनाने के प्रयासों के बीच यह खबर सामने आई है। इससे पहले अमेरिका ने हालिया घटनाक्रम पर चिंता जाहिर की थी।
ईयू, अमेरिका ने जतायी चिंता
सोमवार को तड़के हॉर्न ऑफ अफ्रीका में अमेरिका के विशेष दूत जेफरी फेल्टमैन ने कहा कि सैन्य कब्जे की खबरों से अमेरिका बेहद चिंतित है। हॉर्न ऑफ अफ्रीका में जिबूती, इरिट्रिया, इथियोपिया और सोमालिया शामिल हैं। यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के प्रमुख जोसेप बोरेल ने सोमवार को ट्वीट किया कि सूडान में सैन्य बलों द्वारा अंतरिम प्रधानमंत्री सहित कई वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को हिरासत में लेने की खबर अत्यधिक चिंतित करने वाली है और वह उत्तर पूर्व अफ्रीकी राष्ट्र में घटनाओं पर नजर रखे हुए हैं। बोरेल ने लंबे समय तक शासक रहे उमर अल-बशीर के 2019 में सत्ता से हटने के बाद सूडान के निरंकुशता से लोकतंत्र की दिशा में बढ़ने का जिक्र करते हुए लिखा, ‘‘यूरोपीय संघ सभी हितधारकों और क्षेत्रीय भागीदारों से लोकतांत्रिक शासन को वापस लाने का आह्वान करता है।’’
इससे पहले, ‘हॉर्न ऑफ अफ्रीका’ के लिए अमेरिकी विशेष दूत जेफरी फेल्टमैन ने कहा, ‘‘अमेरिका इससे बेहद चिंति है और उसने संकेत दिया था कि सैन्य तख्तापलट से इस गरीब देश को अमेरिकी सहायता पर असर पड़ेगा।’’ यूएस ब्यूरो ऑफ अफ्रीकन अफेयर्स ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘जैसा हमने बार-बार कहा है, संक्रमणकालीन सरकार में बलपूर्वक किसी भी परिवर्तन से अमेरिकी सहायता पर असर पड़ सकता है।’’
अरब लीग ने जताई गहरी चिंता
अरब लीग के 22 सदस्यीय समूह के महासचिव अहमद अबुल घीत ने बयान जारी कर सभी दलों से सोमवार को अपील की कि वे अगस्त 2019 के संवैधानिक घोषणा पत्र का पूर्णतय: पालन करें, जिसमें सूडान के पूर्व तानाशाह राष्ट्रपति उमर अल बशीर को अपदस्थ किए जाने के बाद असैन्य शासन एवं लोकतांत्रिक चुनाव कराए जाने का मार्ग प्रशस्त करने का लक्ष्य रखा गया था। प्रदर्शनकारी सूडान की राजधानी खार्तूम की सड़कों पर उतर आए हैं। महासचिव ने कहा, ‘‘ऐसी कोई समस्या नहीं है, जिसे वार्ता से सुलझाया नहीं जा सके।’’
संयुक्त राष्ट्र मिशन ने निंदा की
सूडान के लिए संयुक्त राष्ट्र के मिशन ने देश में तख्तापलट की आशंका और इस उत्तरपूर्वी अफ्रीकी देश के लोकतंत्र को कमतर करने की कोशिशों की निंदा की है। सुबह तक सूचना मंत्रालय ने ने फेसबुक पोस्ट में बताया कि सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारियों को भी हिरासत में लिया गया है। हाल में गठित संयुक्त राष्ट्र राजनीतिक मिशन ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री, सरकारी अधिकारियों और नेताओं को हिरासत में लेने की खबरें अस्वीकार्य हैं। उसने सूडान के सुरक्षा बलों से उन लोगों को तत्काल रिहा करने के लिए कहा जिन्हें गैरकानूनी तरीके से हिरासत में लिया गया या घर में नजरबंद किया गया है और सभी पक्षों से संयम बरतने का अनुरोध किया।