नई दिल्ली। तीसरे चरण के ट्रायल के बिना ही लॉन्च हुई रूस की कोरोना वैक्सीन Sputnik V के पहले और दूसरे चरण के परिणाम सामने आ गए हैं और मेडिकल जर्नल लैंसेट में प्रकाशित किए गए हैं। रूस की सरकार ने तीसरे चरण के ट्रायल के बिना ही Sputnik V को 11 अगस्त के दिन लॉन्च कर दिया था जिसके बाद दुनियाभर में इसको लेकर रूस की आलोचना भी हुई थी। रूस ने अपनी वैक्सीन का पहले और दूसरे चरण का ट्रायल एक महीने से भी कम समय में पूरा कर लिया था और सिर्फ 76 लोगों पर यह ट्रायल हुआ था।
Sputnik V वैक्सीन के जो रिजल्ट सामने आए हैं उनमें कुछ हल्के साइड इफेक्ट बताए गए हैं लेकिन वैक्सीन को सुरक्षित बताया गया है। मेडिकल जर्नल लैंसेट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक जिन लोगों को वैक्सीन दी गई थी उनमें कुछ ने हल्के साइड इफेक्ट्स जरूर बताए हैं लेकिन वे साइड इफेक्ट ज्यादा गंभीर नहीं थे, वैक्सीन लेने वाले लगभग 58 प्रतिशत मरीजों ने इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द की शिकायत की थी, 50 प्रतिशत मरीजों ने बुखार, 42 प्रतिशत ने सिरदर्द, 28 प्रतिशत ने कमजोरी और 24 प्रतिशत ने जोड़ों में दर्द की शिकायत की थी।
लेकिन हल्के साइड इफेक्टस के बावजूद वैक्सीन लेने वाले सभी मरीजों में केरोना के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित हुआ है जो एक राहत की बात है और इससे पता चलता है कि वैक्सीन कोरोना के खिलाफ सफल हो रही है और शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत कर रही है।
रूस ने वैक्सीन के पहले और दूसरे चरण के ट्रायल में कुल 78 लोगों पर परीक्षण किया है। पहले चरण में 9 लोगों को वैक्सीन के एक फार्म्युलेशन की दवाई दी गई और और 9 को दूसरे फार्म्युलेशन की दवाई। दूसरे चरण में 20 लोगों को दोनो फार्म्युलेशन की वैक्सीन दी गई। सिर्फ 2 चरण के बाद वैक्सीन लॉन्च करने को लेकर दुनियाभर में रूस की निंदा भी हुई थी और रूस ने कहा है कि जल्द ही तीसरे चरण का ट्रायल भी होगा और दुनियाभर में कई देशों में यह ट्रायल किया जाएगा।
दुनियाभर में इस समय कोरोना वायरस की लगभग 30 वैक्सीन पर काम चल रहा है और इनमें 3 वैक्सीन सबसे आगे हैं, पहली वैक्सीन फार्मा कंपनी Pfizer द्वारा विकसित की जा रही है, दूसरी वैक्सीन AstraZeneca के सहयोग से ऑक्सफोर्ड युनिवर्सिटी तैयार कर रही है और तीसरी वैक्सीन को Moderna कंपनी तैयार कर रही है। ये तीनों वैक्सीन इस समय तीसरे चरण के ट्रायल में हैं।