नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी से दुनिया भर में 75,000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है जबकि साढ़े तेरह लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं। दुनिया भर में ज्यादातर मौत यूरोप में हुई है। जानकारी के मुताबिक दुनियाभर में कोरोना वायरस से 75,906 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि इससे संक्रमित लोगों की संख्या 13,65,004 है। वहीं इस वायरस से संक्रमित होने के बाद रिकवर करने वाले मरीजों की संख्या 2,93,454 हो गई है।
स्पेन में मंगलवार को संक्रमण की वजह से 743 लोगों की मौत हुई। सोमवार को फ्रांस में 833 लोगों ने बीमारी की वजह से दम तोड़ा था। इटली में मृतकों की संख्या में फिर से बढ़ोतरी हुई है। एक नए शोध में ब्रिटेन में जुलाई तक 66,000 लोगों की मौत होने की आशंका जताई गई है जो इटली से काफी ज्यादा है। जॉनसन के 10 दिन पहले संक्रमित होने कि पुष्टि हुई थी और जब उनकी हालत खराब हुई तो वह खुद आईसीयू में भर्ती होने चले गए। उनके प्रवक्ता ने कहा कि रात में उनकी हालत स्थिर थी। स्वीडन में 114 और लोगों की मौत हुई है, जिसके बाद देश में मरने वालों की संख्या 591 पहुंच गई है। हालांकि स्वीडन ने यूरोप के अन्य देशों की तरह असाधारण बंद लागू नहीं किया है। जॉन्स होपकिन्स यूनिवर्सिटी ने बताया कि अमेरिका में बीते 24 घंटे में 1,150 लोगों की मौत हुई है। अमेरिका में कोरोना वायरस के दुनिया में सबसे ज्यादा मामले हैं।
अमेरिका में सबसे ज्यादा प्रभावित न्यूयॉर्क राज्य में मृत्यु दर धीमी हुई प्रतीत होती है। हालांकि राज्य के गवर्नर एंड्रयू कुओमो ने कहा कि यह लापरवाही का वक्त नहीं है। मेयर बिल डे ब्लासियो ने कहा, ‘‘न्यूयॉर्क शहर इससे लड़ रहा है। हमारा दुश्मन अदृश्य है। हमारा शत्रु क्रूर है लेकिन यह शहर लड़ रहा है।’’ स्पेन के कहा कि नए मामलों में कमी का संकेत मिला है लेकिन सोमवार और मंगलवार को मृतकों की संख्या में इजाफा देखने को मिला।
चीन में आज किसी की मौत की खबर नहीं है। इससे एक दिन पहले चीन ने इस वायरस के केंद्र वुहान में यात्रा पर लगी रोक को हटाने पर विचार शुरू किया था। चीन में सबसे पहले कोरोना वायरस का मामला सामने आया था। न्यूयॉर्क शहर के कब्रिस्तान के निदेशक पी मर्मो ने कहा कि कब्रिस्तान में सामान्य दोनों की तुलना में तीन गुना ज्यादा शव आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह 11 सितंबर 2001 के जैसा हाल लग रहा है। उधर सरकारें वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर को कम कराने के लिए जूझ रही हैं। ब्रेसेल्स में यूरोपीय संघ ने कोविड-19 के प्रभाव से निपटने के लिए कमज़ोर स्वास्थ्य व्यवस्था वाले गरीब देशों की मदद के लिए और लंबे समय तक आर्थिक सुधार में मदद करने के वास्ते 16.4 अरब डॉलर निवेश करने का ऐलान किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति भी करीब दो हजार अरब डॉलर बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं पर खर्च करने के पक्ष में हैं। दूसरी ओर फ्रांस ने चेताया है कि वह मंदी की ओर बढ़ रहा है जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे बदतर स्थिति होगी। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा कि यूरोपीय संघ 1957 में अपनी स्थापना के बाद सबसे बड़ी परीक्षा से गुजर रहा है।
ईरान में कोरोना वायरस के संक्रमण से मंगलवार को और 133 लोगों की जान चली गई। इसके बाद देश में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या बढ़कर 3,872 हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता केनौश जहांपुर ने बताया कि पिछले 24 घंटे में पूरे देश में कोविड-19 संक्रमण के 2,089 नए मामले रिपोर्ट हुए। उन्होंने टीवी पर प्रसारित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि देश में पुष्ट मामलों की संख्या बढ़कर 62,589 हो गई है। ईरान में 19 फरवरी को कोरोना वायरस से संक्रमण का पहला मामला आया था। जहांपुर ने बताया कि 3987 मरीजों की हालत नाजुक है जबकि 27,039 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं।
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा होने के बाद मंगलवार को तोक्यो और देश के छह अन्य हिस्सों में एक महीने के आपातकाल की घोषणा की। आबे ने मंगलवार को कहा, ‘‘ऐसे हालात बन रहे हैं जो लोगों के जीवन और अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित कर रहे हैं। मैं आपातकाल की घोषणा करता हूं।’’ यह कदम दुनिया के विभिन्न देशों में लागू लॉकडाउन से कुछ कम सख्त है लेकिन स्थानीय गवर्नरों को लोगों से घरों में रहने और उद्योगों को बंद करने के लिए कहने का अधिकार देता है।