हरारे: जिम्बाब्वे के भावी राष्ट्रपति एमर्सन नांगगागवा ने यहां उनके अभिवादन के लिए जुटी भीड़ से कहा कि वे पूर्ण लोकतंत्र को आता हुआ देख रहे हैं। उन्होंने सत्तारुढ़ जेडएएनयू-पीएफ मुख्यालय के बाहर इकट्ठी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आज हम अपने देश में नये और पूर्ण लोकतंत्र की शुरुआत देख रहे हैं। ’’ (मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद रिहा होगा, कोर्ट का नजरबंदी बढ़ाने से इनकार)
वह रॉबर्ट मुगाबे के इस्तीफे के बाद देश लौटे हैं। रॉबर्ट मुगाबे ने इस महीने उनको बर्खास्त कर दिया था जिसके बाद 75 साल के नांगगागवा जिम्बाब्वे से जोहानिसबर्ग चले गए थे। इसके साथ ही मुगाबे की 37 साल चली आ रही सत्ता पटाक्षेप हो गया है। कुछ दिनों पहले सेना जिम्बाब्वे की सत्ता पर काबिज हो गई थी और इसके बाीद मुगाबे के हाथ शक्तियां छीन ली गई थीं।
स्पीकर मुंदेडा ने मुगाबे का त्यागपत्र पढ़ा जिसमें लिखा हुआ था, ‘‘मैं रॉबर्ट गैब्रिएल मुगाबे जिम्बाब्वे के संविधान की धारा 96 के तहत औपचारिक रूप से अपना इस्तीफा देता हूं जो तत्काल प्रभावी है।’’ इस्तीफे की यह बड़ी खबर संसद के विशेष संयुक्त सत्र के समक्ष दी गई।