संयुक्त राष्ट्र: चीन ने उत्तर कोरिया के साथ संकट का समाधान करने के लिए राजनयिक बातचीत करने का अनुरोध किया और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को चेताया कि वह कोरियाई प्रायद्वीप में अशांति और युद्ध की अनुमति नहीं देगा। (BRICS में भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत, घोषणापत्र में लश्कर और जैश का नाम शामिल)
चीनी राजदूत लिउ जेइयी ने बताया, जैसा हम बोल रहे हैं, एक दुष्चक्र में पड़ने के बाद प्रायद्वीप में स्थिति लगातार बिगड़ रही है। उन्होंने कहा, प्रायद्वीप के मुद्दे को शांतिपूर्वक हल किया जाना चाहिए। चीन प्रायद्वीप पर अराजकता और युद्ध की अनुमति कभी नहीं देगा।
रूस ने भी यही अपील की और कहा कि उत्तरी कोरिया के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों को लेकर पैदा हुए संकट का निपटान करने के लिए राजनयिक वार्ता ही एकमात्र तरीका है। बहरहाल अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने प्रस्ताव को अपमानजनक करार देते हुए खारिज कर दिया और कहा कि समय आ गया है कि उत्तर कोरिया के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करते हुए उस पर दबाव बनाया जाए।