सिडनी: अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने चीन को सोमवार को आगाह किया कि दक्षिण चीन सागर में अपनी अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारियों और उत्तर कोरिया पर लगाम लगाने से पीछे हटने में चीन अपनी आर्थिक ताकत का इस्तेमाल नहीं कर सकता। ऑस्ट्रेलिया में वार्ता के बाद टिलरसन ने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका चीन के साथ उपयोगी रिश्ता चाहता है। उन्होंने कहा, ‘लेकिन चीन को निश्चित रूप से महत्वपूर्ण राजनयिक मुद्दों पर अपना योगदान देना चाहिए।’
सिडनी में अपनी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष जूली बिशप के साथ वार्षिक चर्चा के बाद उन्होंने कहा, ‘हमलोग उपयोगी रिश्तों की कामना करते हैं। लेकिन हमलोग चीन को अन्य समस्याओं से पीछे हटने के लिये अपनी आर्थिक ताकत के इस्तेमाल की इजाजत नहीं दे सकते, चाहे दक्षिण चीन सागर में उसका द्वीपों का सैन्यीकरण करना हो या उत्तर कोरिया पर समुचित दबाव बनाने में नाकाम रहना हो। उन्हें निश्चित रूप से यह स्वीकार करना चाहिए कि बढ़ती आर्थिक एवं कारोबारी ताकत की भूमिका के साथ सुरक्षा जिम्मेदारियां भी आती हैं।’
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने प्रचार अभियान में लगातार चीन की आलोचना की थी, लेकिन उत्तर कोरिया के हथियार कार्यक्रम पर लगाम लगाने की खातिर मदद के लिये उन्होंने चीन का रूख किया था। इससे एशियाई सहयोगियों को इस बात की चिंता हुई कि दक्षिण चीन सागर क्षेत्रीय विवाद पर अमेरिका नरम पड़ सकता है। लेकिन टिलरसन ने पेंटागन प्रमुख जिम मैटिस के शनिवार को दिए उस बयान को दोहराया जिसमें मटिस ने दक्षिण चीन सागर में चीन की निर्माण गतिविधियों पर अपना विरोध जताया था। उन्होंने कहा, ‘हमलोग अंतरराष्ट्रीय समुद्र क्षेत्र में पड़ने वाले चीन के कृत्रिम द्वीप पर निर्माण कार्य और उनके सैन्यीकरण विरोध करते हैं।’