स्कॉटलैंड: मां बनने का अहसास और पहली बार अपने बच्चे के मुंह से मां सुनने का अहसास वाकई में सुखद होता है। इस सुखद अहसास को महसूस करने के लिए हर मां बेताब रहती है। हर मां चाहती है कि उसका बच्चा हष्ट-पुष्ट और निरोगी पैदा हो, लेकिन क्या करें कभी-कभी दुनिया में ऐसे बच्चे भी आंखे खोलते हैं जो एक ऐसी असाध्य बीमारी की चपेट में होते हैं कि जन्म के समय एवं जन्म के बाद बचने की संभावना न के बराबर होती है। किसी के दिल में जन्मजात छेद होता है तो किसी को बचे रहने के लिए डायलिसिस से गुजरना पड़ता है। स्कॉटलैंड में एक मां की कोख से ऐसे बच्चे ने जन्म लिया जिसके सिर में ब्रेन ही नहीं था। डॉक्टरों ने उसके बचने की उम्मीद भी नहीं की थी। हैरानी की बात यह है कि बिना ब्रेन के इस बच्चे ने दो साल बाद ‘मां’ शब्द पुकारा। यह शब्द सुनकर उसकी मां भी भावुक हो गई।
कहां पैदा हुआ बच्चा और क्या थी बीमारी-
स्कॉटलैंड के लनार्कशायर की रहने वाली एम्मा मुरे ने बिना ब्रेन के एक बच्चे को जन्म दिया था। होलोप्रॉजेनसेफली से पीड़ित इस बच्चे के बारे में डॉक्टरों का कहना था कि यह तीन घंटे, तीन दिन या तीन महीने से ज्यादा जिंदा नहीं रह सकता है, लेकिन यह बच्चा अपनी जिंदगी के दो साल पूरे कर चुका है। डॉक्टर्स का कहना था कि बच्चा ब्रेन के एक छोटे से हिस्से ब्रेन स्टेम के साथ पैदा हुआ है, इसलिए उसके शरीर के बाकी अंगों के बेहतर तरीके से विकसित होने की संभावना कम है। उनका यह भी कहना था कि शरीर में दूसरा ब्रेन विकसित नहीं किया जा सकता है इसलिए बच्चे के बचने की संभावना बेहद कम है।
बच्चे में पुकारा ‘मां’ तो मां हुई भावुक-
दिलचस्प बात यह रही कि जब बिना ब्रेन का यह बच्चा कोख में था तो उसकी मां को प्रेग्नेंसी के बारे में भनक भी नहीं थो। पेट में उठे तेज दर्द के बाद ही उसके इसकी जानकारी मिल पाई। एम्मा ने बताया, “मैं एरन को देखकर बार-बार मम्मी-मम्मी पुकार रही थीं, ताकि वो भी मम्मी पुकारे। मेरे बच्चा मेरे इस व्यवहार पर थोड़ा बहुत प्रतिक्रिया भी दे रहा था। फिर उसने अचानक मुझे देख मम्मी कहा। यह सुनकर मैं हैरान थी और मुझे विश्वास नहीं हो रहा था।''