ओटावा: बच्चों का यौन शोषण आजकल दुनिया के हर देश में एक ज्वलंत समस्या बनी हुई है। सबसे ज्यादा खतरनाक बात तो यह है कि कई बच्चों का यौन शोषण उनके स्कूलों में ही किया जाता है जिसमें स्कूल के कर्मचारी ही लिप्त होते हैं। ऐसी ही एक खबर कनाडा से आई है जहां पिछले 20 सालों में स्कूलों के 700 से ज्यादा कर्मचारी लगभग 1,300 बच्चों के साथ यौन दुर्व्यवहार के दोषी पाए गए हैं या उन पर इस तरह के आरोप लगे हैं। कनाडा के बाल सुरक्षा केंद्र (CCCP) की ओर से जारी रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 1997 से 2017 के बीच 1,272 बच्चों के साथ यौन उत्पीड़न की घटनाएं दर्ज हुई हैं। ये अपराध पूरे कनाडा में किंडरगार्टन से लेकर 12वीं कक्षा तक के बच्चों के साथ 714 कर्मचारियों या पूर्व कर्मचारियों ने अंजाम दिए। अपराधियों में 86 प्रतिशत सर्टिफाइट टीचर हैं जबकि अपराध के आरोप में शामिल स्कूल के अन्य कर्मचारियों में ऐकेडमिक असिस्टेंट, छात्र शिक्षक, दोपहर के खाने के मॉनीटर, वॉलंटियर, सचिव, संरक्षक और स्कूल बस ड्राइवर तक शामिल हैं।
स्टडी के मुताबिक, इन अपराधों को अंजाम देने वाले 87 फीसदी पुरुष हैं, जबकि इसका शिकार 75 फीसदी लड़कियां बनी हैं। इसका शिकार 55 फीसदी बच्चे स्कूल प्रॉपर्टी (फील्ड ट्रिप लोकेशन और स्कूल बसों) में बने हैं, जबकि 29 फीसदी बच्चे अपराधियों के कार या घरों में यौन उत्पीड़न का शिकार हुए हैं। दो-तिहाई से ज्यादा पीड़ित हाईस्कूल के छात्र-छात्राएं हैं, जबकि अध्ययन में पहचाने गए 73 फीसदी अपराधियों पर कम से कम एक अपराध करने का आरोप जरूर लगा है।