सिडनी: ब्रितानी युद्धपोत नौवहन अधिकारों की स्वतंत्रता पर जोर देने के लिए अगले महीने आस्ट्रेलिया से रवाना होगा और दक्षिण चीन सागर से होते हुए आगे बढ़ेगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज यह जानकारी दी। ब्रिटेन का यह कदम चीन को नाराज कर सकता है। चीन संसाधन समृद्ध लगभग संपूर्ण दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है। वह वहां चट्टानों एवं टापुओं को द्वीपों में बदल रहा है और सैन्य सुविधाएं स्थापित कर रहा है। (ज्वालामुखी पर पहुंचने के प्रयास में अमेरिका में एक व्यक्ति की मौत )
ब्रितानी रक्षा सचिव गैविन विलियमसन ने कहा कि पनडुब्बी रोधी फ्रिगेट एचएमएस सदरलैंड इस सप्ताह के आखिर में आस्ट्रेलिया पहुंचेगा। उन्होंने सिडनी और कैनबरा की दो दिवसीय यात्रा के बाद ‘द आस्ट्रेलियन’ समाचार पत्र से कहा, ‘‘ (हम देश वापसी के दौरान) दक्षिण चीन सागर से होकर गुजरेंगे और यह स्पष्ट करेंगे कि नौसेना के पास ऐसा करने का अधिकार है।’’ विलियमसन ने यह नहीं बताया कि फ्रिगेट अमेरिकी पोतों की तरह विवादित क्षेत्र के 12 मील के दायरे या चीन द्वारा निर्मित कृत्रिम द्वीप से होकर गुजरेगा या नहीं।
लेकिन उन्होंने कहा, ‘‘हम इस मामले में अमेरिका के रुख का पूरी तरह समर्थन करते हैं। अमेरिका वहां जो कर रहा है, हम उसका पूर्णतय: सर्मथन करते हैं।’’ विलियमसन ने कहा, ‘‘वैश्विक परिदृश्य बहुत तेजी से बदल रहा है, ऐसे में अमेरिका एक बार में कुछ ही चीजों पर ध्यान केंद्रित कर सकता है। अमेरिका चाहता है कि अन्य देश भी अधिक भूमिका निभाएं। यह ब्रिटेन एवं आस्ट्रेलिया के लिए अच्छा अवसर है कि वे नेतृत्व दर्शाते हुए अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।’’