ब्राजीलिया: ब्राजील की सीनेट ने राष्ट्रपति डिलमा रूसेफ को उनके पद से हटाने के पक्ष में आज मतदान किया जो लातिन अमेरिका के इस सबसे बड़े देश में सालभर से जारी संघर्ष का चरमोत्कर्ष है। वैसे रूसेफ का जाना व्यापक रूप से संभावित लग रहा है, लेकिन यह फैसला एक बड़े राजनीतिक संघर्ष में एक अहम अध्याय माना जा रहा है और इसकी समाप्ति अभी दूर लग रही है।
रूसेफ ब्राजील की पहली महिला राष्ट्रपति थीं। उन पर संघीय बजट के अपने प्रबंधन में वित्तीय कानूनों का तोड़ने का आरोप है। इस सुनवाई की अध्यक्षता करने वाले मुख्य न्यायाधीश रिकाडरे लेवांडोव्सकी ने कहा है कि सीनेट ने पाया कि ब्राजील के संघीय गणतंत्र की राष्ट्रपति डिल्मा वाना रूसेफ ने वित्तीय कानूनों का उल्लंघन कर अपराध किया है। उधर रूसेफ ने उन्हें उनके पद से हटाने के लिए किए गए मतदान को संसदीय तख्तापलट करार दिया और उन्होंने अपनी वर्कर्स पार्टी के साथ वापसी का संकल्प लिया।
उन्होंने कहा है कि उन्होंने राष्ट्रपति के जनादेश में बाधा डालने का फैसला किया है जिन्होंने कोई अपराध नहीं किया है। उन्होंने एक निर्दोष इंसान को दोषी ठहराया है और संसदीय तख्तापलट किया है। उनके कंजरवेटिव प्रतिद्वंद्वी माइकल टेमर को आज बाद में उनके स्थान पर राष्ट्रपति की शपथ दिलाए जाने की संभावना है।