साओ पाउलो: कोरोना वायरस का कहर पिछले एक साल से पूरी दुनिया पर टूटा हुआ है। इस वायरस ने तमाम देशों में न सिर्फ मौत का नंगा नाच किया है, बल्कि अर्थव्यवस्था की भी कमर तोड़ कर रख दी है। कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में शुमार ब्राजील में तो बहुत ही बुरा हाल है। यहां के कई बड़े शहर कोरोना के कहर से जूझ रहे हैं, और साओ पाउलो भी उनमें से एक है। इस शहर में तो कोरोना रोजाना इतनी जानें ले रहा है कि मृतकों की लाशों को दफनाने के लिए कब्रिस्तानों को रात में भी खोला जा रहा है।
कोरोना के स्थानीय वेरियंट ने बिगाड़े हालात
न्यूज एजेंसी एएफपी द्वारा जारी किए गए एक वीडियो में दिख रहा है कि ब्राजील के विला फॉरमोसा कब्रिस्तान में रात को भी लाशें दफनाने का काम हो रहा है। देश के कई शहरों की तरह यहां भी महामारी नियंत्रण से बाहर हो चुकी है और बड़ी संख्या में लोगों की जान जा रही है। बताया जा रहा है कि ब्राजील में कोरोना के एक स्थानीय वेरियंट की वजह से स्थिति इतनी विकराल हुई है। कोरोना वायरस की महामारी ने ब्राजील की स्वास्थ्य प्रणालियों को बिल्कुल ही ध्वस्त कर दिया है। अस्पतालों में आईसीयू बेड और ऑक्सीजन के भंडार की भारी कमी है।
देश के कई राज्यों में सीमित हुईं गतिविधियां
ब्राजील में महामारी के कहर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हाल के दिनों में अधिकतर राज्यों ने अपने यहां गतिविधियों को आंशिक या पूरी तरह सीमित कर दिया है। वहीं, ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो ने महामारी की गंभीरता को तवज्जो न देते हुए कहा है कि अर्थव्यवस्था को चालू रखना चाहिए ताकि उसकी हालत खराब न हो। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्राजील में कुल मृतकों की संख्या 3.21 लाख के आंकड़े को पार कर चुकी है, और यह कोविड-19 से मौत होने के संबंध में अमेरिका के बाद दुनिया में दूसरे स्थान पर है।