काइरो: शर्म अल शेख से रूस जा रहे विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद सभी यात्रियों समेत क्रू मेंबर्स के मारे जाने की पुष्टि की जा चुकी है। भले ही रूसी परिवहन मंत्री और विमानन अधिकारी इस तकनीकी चूक बता रहे हों लेकिन अब आतंकी संगठन ISIS ने खुद हमले की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली है। संगठन का दावा है कि उसने ही विमान पर हमला किया है। इस हमले के बाद अब ये कयास भी तेज हो गए हैं कि शायद ISIS मुखिया अबू बक्र अल बगदादी ने यह हमला रूस से अपना बदला लेने के लिए किया है। संगठन का कहना है कि यह हमला सीरीया में मारे गए उनके लोगों की मौत का जवाब है। इतनी बड़ी घटना के बाद रूस में रविवार को राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। आपको बता दें कि इस विमान हादसे की पुष्टि खुद मिस्र के प्रधानमंत्री ने की थी।
कैसे हादसे का शिकार हुआ रूसी प्लेन-
रूसी एयरलाइंस कोगालीमाविया के एअरबस-321 की फ्लाइट 7K 5268 शर्म अल शेख से रूस की तरफ निकली थी। बताया जाता है कि करीब 5000 फुट से कम ऊंचाई पर उड़ने के कारण इस विमान का ATC (एअर ट्रैफिक कंट्रोलर) से संपर्क टूट गया था। इस वजह से ही उड़ान भरने के 23 मिनट बाद विमान लापता हो गया और कुछ ही देर बाद विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर सामने आ गई।
साल 1933 में पहली बार हादसे का शिकार हुआ प्लेन-
10 अक्टूबर 1933 को यूनाइटेड एअरलाइंस का विमान बोइंग-247 इंडियाना के चेस्टरटन के पास क्रैश हो गया। हादसे के वक्त विमान में तीन क्रू मेंबर और चार यात्री सवार थे। जानकारी के मुताबिक इस विमान पर नाइट्रोग्लिसरीन जैसे विस्फोटक पदार्थ के साथ हमला किया गया था। इस हादसे में सवार सभी यात्रियों और क्रू मेंबर्स की मौत हो गई थी। इस विमान हादसे के पर्याप्त कारणों की गुत्थी हालांकि अभी तक सुलझी नहीं है, लेकिन इस घटना को विमानन इतिहास का पहला हवाई हमला माना जाता है।
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