कैनबरा: दक्षिण चीन सागर में जहाजों की आवाजाही को लेकर ऑस्ट्रेलिया और चीन में बुरी तरह ठन गई है। वियतनाम की तरफ जा रहे अपने जहाजों को चीन द्वारा रोके जाने पर ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने एक बड़ा बयान दिया है। टर्नबुल ने कहा है कि ऑस्ट्रेलियाई नौसेना के पास दक्षिण चीन सागर में अपने जहाजों का परिचालन करने का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि दक्षिण चीन सागर में उनके जहाजों की आवाजाही अंतर्राष्ट्रीय कानून के मुताबिक कहीं से भी गलत नहीं है।
टर्नबुल का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब आज एक मीडिया रिपेार्ट में कहा गया है कि चीनी नौसेना ने विवादित जल क्षेत्र में ऑस्ट्रेलियाई युद्धपोतों को चुनौती दी है। ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्प ने रक्षा से जुड़े एक अधिकारी के हवाले से खबर दी है कि चीन ने ऑस्ट्रेलिया के 2 युद्धपोतों और तेल के एक जहाज को उस वक्त चुनौती दी जब वे वियतनाम की ओर जा रहे थे। चीन उस क्षेत्र में अभी तक का सबसा बड़ा नौसेना अभ्यास कर रहा है और अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि वहां वास्तव में क्या हुआ।
इस संबंध में पूछे जाने पर टर्नबुल ने कहा, ‘हम नौवहन की स्वतंत्रता और विश्वभर में उड़ान भरने के अधिकार को मानते हैं। इस पृष्टभूमि में हम दक्षिण चीन सागर सहित वैश्विक सागरों में नौसैनिक पोतों की बात कर रहे हैं जो अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत हमारा पूरा अधिकार है।’ उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई जहाज दशकों से अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के तहत ऐसा करते आए हैं और आगे भी ऐसा करेंगे जिसमें दक्षिण चीन सागर भी शामिल हैं।