सिडनी: ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष कैथोलिक चर्चों में से एक ने अपने हजारों कर्मचारियों को चेतावनी दी है कि विवाह पर वह केवल पारंपरिक विचारों को ही बर्दाश्त करेगा। यह चेतावनी ऐसे समय आई है जब देश में इस विषय पर मतदान की तैयारी हो रही है कि समलैंगिक जोड़े विवाह कर सकते हैं या नहीं। कई वर्षों की राजनीतिक बहस के बाद ऑस्ट्रेलिया में अगले महीने विवाह समानता पर डाक के जरिए गैर बाध्यकारी, राष्ट्रव्यापी मतदान होगा। मेल्कम टर्नबुल की सरकार के लिए यह मुद्दा राजनीतिक रूप से कठिन साबित होगा। (अफगानिस्तान पर आज नई रणनीति की घोषणा करेंगे ट्रंप)
यस नाम के इस अभियान को राजनीति के दोनों पक्षों की ओर से समर्थन मिला है और सर्वेक्षण बताते हैं कि ज्यादातर ऑस्ट्रेलियायी इसका समर्थन करते हैं। बहरहाल, सरकार के दक्षिणपंथी धड़े और चर्च के वरिष्ठ सदस्य मुखर होकर इसका विरोध कर रहे हैं। मेलबर्न डेनिस हार्ट के आर्कबिशप ने शनिवार को चेतावनी दी कि कैथोलिक चर्च इन ऑस्ट्रेलिया के कर्मचारी पुरूष और महिला के बीच विवाह की परिभाषा से हटते हैं तो वे अपनी नौकरी को जोखिम में डालेंगे।
उन्होंने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड से कहा, मुझे भरोसा है कि हमारे स्कूल, हमारे पादरी मौजूद हैं जो विवाह के कैथोलिक विचार की शिक्षा देते हैं। इसकी विरोधाभासी बातों या गतिविधियों को गंभीरता से लिया जाएगा। उनकी टिप्पणी के ये मायने निकाले जा रहे हैं कि समलैंगिक विवाह करने वाले चर्च के कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया जाएगा। ऑस्ट्रेलिया में चर्च के 1,80,000 से अधिक कर्मचारी हैं।