बगोटा: कोलंबिया में सरकार के साथ शांति समझाौते के तहत विद्रोहियों एफएआरसी के नि:शस्त्रीकरण की निगरानी कर रहे एक यूएन मिशन पर हमला हुआ है। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। पुलिस के अनुसार हमलावरों ने कालोटो के दक्षिणीपश्चिमी शहर में उस जगह हमला किया जहां एफएआरसी विद्रोही समूह के हथियारों का गुप्त कोष था। पुलिस ने बताया कि इस हमले के पीछे मार्क्सवादी विद्रोहियों से अलग हुए किसी धड़े या नेशनल लिबरेशन आर्मी ईएलएन का हाथ हो सकता है। (उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया का वार्ता प्रस्ताव ठुकराया)
लेकिन काउका पुलिस जनरल एजर रोडरिग्वेज ने कहा कि इस हमले का आरोप ईएलएन पर है। ईएलएन अभी अकेला ऐसा समूह है जो कोलंबिया सरकार के खिलाफ लड़ रहा है, हालांकि यह शांति समझौते के लिए वार्ता की मांग कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने एक बयान में बताया कि पर्यवेक्षकों, राष्ट्रीय पुलिस और पूर्व एफएआरसी विद्रोहियों के एक दल पर घात लगाकर कालोटो में हमला किया गया।
मुख्य रूप से जून में कोलंबिया के सबसे बड़े विद्रोही समूह के 7,000 सदस्यों द्वारा साल 2016 में शांति समझौते के तहत नि:शस्त्रीकरण करने से युद्ध पर विराम लगा है। कोलंबिया के राष्ट्रपति जुआन मैनुअल को एफएआरसी के साथ ऐतिहासिक समझाौते पर पहुंचने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजा गया। इस शांति समझौते पर पिछले साल नवंबर में हस्ताक्षर किए गए थे।