मनागुआ: मध्य अमेरिकी देश निकारागुआ की पेंशन प्रणाली में प्रस्तावित बदलाव के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन जारी हैं। इन प्रदर्शनों में पिछले 2 दिनों में कम से कम 10 लोगों की मौत की खबर है। देश के कई हिस्सों में पेंशन प्रणाली में प्रस्तावित बदलावों को लेकर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। इन बदलावों के तहत सरकार कुछ पेंशनों पर टैक्स लगा रही है, जिसके चलते यहां के नागरिकों में जबर्दस्त गुस्सा है। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, निकारागुआ की सरकार ने सामाजिक सुरक्षा सुधार उपायों के नए नियमों पर चर्चा के लिए निजी क्षेत्र की ओर से आई वार्ता की पेशकश स्वीकार कर ली है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, उपराष्ट्रपति रोसारियो मुरिलो ने शुक्रवार को कहा कि सरकार ने विवादित सामाजिक सुरक्षा उपायों और अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए व्यापारिक संगठनों की पेशकश स्वीकारने का फैसला किया है। इससे पहले, निकारागुआ के निजी क्षेत्र के व्यापारिक संगठनों ने शांति और वार्ता के लिए सोमवार को एक मार्च निकालने का आह्वान किया और अधिकारियों से सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने के उनके अधिकार का सम्मान करने का आग्रह किया। राष्ट्रपति डेनियल ऑर्टेगा की सरकार द्वारा पेश नए सामाजिक सुरक्षा उपायों को लेकर तीन दिनों से हो रहे विरोध प्रदर्शन व हिंसा के बाद यह आह्वान किया गया है।
नए सामाजिक सुरक्षा नियमों के मुताबिक, कर्मचारियों को निकारागुअन इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल सिक्युरिटी (NISS) को अब 6.25 प्रतिशत की जगह अपने वेतन में से 7 फीसदी कर का भुगतान करना होगा, जबकि नियोक्ताओं को 19 प्रतिशत की जगह 21 प्रतिशत का भुगतान करना होगा। व्यवसायियों और विशेषज्ञों ने इसे NISS को दिवालिया होने से बचाने के लिए चली गई चाल बताते हुए इसे खारिज कर दिया है। उन लोगों को इस बात का भी डर है कि ये सुधार बेरोजगारी, कम खपत और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा दे सकते हैं और कारोबार को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इस गरीब मध्य अमेरिकी देश में राष्ट्रपति डेनियल ओर्टेगा के 11 साल के कार्यकाल में यह अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन हैं।