नई दिल्ली: अगर कोई आपसे कहे कि खुदाई के दौरान एक मोबाइल पाया गया तो आप यकीन कर लेगें लेकिन इसी प्रकार कोई आपसे यह कहे कि यह फोन 800 साल पुराना है तो आप यकीन नहीं कर पाएंगे। आपको यह बात मजाक लग सकती है लेकिन यह सच है मिस्टीरियसयूनी डॉट ओआरजी की खबर के अनुसार 2015 में साजबर्ग नाम के ऑस्ट्रियन शहर की खुदाई कर रहे थे तब उन्हें मोबाइल फोन जैसी चीज मिली थी। यह चीज लगभग 800 साल पुरानी है। इस फओन के कीपैड भी अलग भाषा में है। फोन के बटन पर लिखी भाषा मेसोपोटामिया सभ्यता की है।
इस मोबाइल फोन के बटन के शब्द कील लिपी के हैं। इसे पांच हजार साल पहले मेसोपोटामिया सभ्यता ने ईजाद की थी। कील लिपी की निशानियां अब भी इराक और ईरान में मौजूद हैं। इस मोबाइल का डिजाइन नोकिया के सबसे शुरुआती मॉडल जैसा है। हालांकि कुछ लोगों का दावा है कि ये सबूत है कि एलियंस ने कभी धरती का दौरा किया था। वैज्ञानिकों का कहना है कि न्प्ट्यून नाम के ग्रह से एलियंस धरती पर आए थे और उन्होंने ही सुमेरियन सभ्यता की नींव रखी थी। इस मोबाइल को भी यही एलियंस लेकर आए होंगे ताकि इस फोन की जानकारी वह लोगों को दे सके। लेकिन जब एलियंस को लगा होगा कि अभी लोगों को इसके बारे में नहीं सिखाया जा सकता तब उन्होंने लोगों को मिट्टी के फोन दिए होंगे। इस मोबाइल फोन में 12 बटन, डिस्प्ले और एक टॉक बटन भी है।
इस फोन के बारे कई तरह के दावे किये जा रहे हैं, जिसमें कहा जा रहा है कि यह फोन वर्ष 2015 में ऑस्ट्रिया में खुदाई के दौरान पाया गया है। हालांकि, जनवरी 2012 में भी इसी तरह के फोन को खोज निकालने के दावे किए गए थे। गौरतलब है कि आज हम जिसे मोबाइल फोन के रूप में जानते हैं, उसकी खोज आधिकारिक रूप से आज से लगभग 43 साल पहले हुई थी। मोटोरोला कंपनी के मार्टिन कूपर ने पहले मोबाइल फोन का प्रोटोटाइप डायना टीएसी (DynaTAC) 4 अप्रैल 1973 को लॉन्च किया था।