काहिरा: मिस्र की राजधानी काहिरा में स्थित अरब लीग (AL) के महासचिव अहमद अबुल-घेइत ने घरेलू और राजनीतिक कारणों से यरुशलम में उपनिवेशी स्थिति को और भड़काने की कोशिश करने वाले किसी भी इजराइली प्रयास के खिलाफ कड़ी चेतावनी दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमवार को अपने एक बयान में अहमद अबुल-घेइत ने विरोध प्रदर्शनों के माध्यम से फिलीस्तीनियों के साथ टकराव को भड़काने की किसी भी कोशिश को लेकर चेतावनी दी है। माना जा रहा है कि अरब लीग के प्रमुख के इस बयान के बाद निश्चित रूप से तनाव की वृद्धि होगी।
‘आत्मनियंत्रण रखने की जरूरत’
अबुल-घेइत ने कहा, ‘वर्तमान स्थिति में हिंसा भड़काने के बजाय जिम्मेदारी दिखाने और संघर्ष विराम को ठीक करने के लिए आत्म-नियंत्रण का पालन करने की आवश्यकता है।’ पूर्वी यरुशलम के शेख जर्राह में फिलीस्तीनी परिवारों के संभावित निष्कासन पर संघर्ष ने हाल ही में तनाव बढ़ा दिया है। संपत्ति विवादों के कारण यह दशकों से चर्चा का केंद्र रहा है। इजराइली उपनिवेशी और फिलीस्तीनी दोनों स्वामित्व का दावा करते हैं। 21 मई को इजराइल और गाजा पट्टी में हमास आंदोलन के बीच संघर्ष विराम के बाद भी शेख जर्राह में विरोध प्रदर्शन जारी है। जबरन बेदखली पर अदालत का फैसला फिलहाल के लिए स्थगित है।
पिछले महीने हुई थी भीषण लड़ाई
बता दें कि इजराइल और हमास के बीच लड़ाई पिछले महीने पहले तब शुरू हुई थी जब उग्रवादी समूह ने यरुशलम पर लंबी दूरी के रॉकेट दागे थे। इससे पहले अल-अक्सा मस्जिद में फिलीस्तीनी प्रदर्शनकारियों और इजराइली पुलिस के बीच झड़पों से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी। बाद में इजराइल ने हमास को निशाना बनाते हुए सैकड़ों हवाई हमले किए जिससे काफी नुकसान पहुंचा। दोनों पक्षों के बीच इस लड़ाई में लगभग 250 लोग मारे गए थे जिनमें अधिकांश फिलीस्तीनी थे। इस लड़ाई में इजराइल के 12 नागरिकों के मारे जाने की खबर सामने आई थी।