संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस इस माह के अंत में इस्राइल और फलस्तीन का दौरा करेंगे जो पिछले 70 साल से संयुक्त राष्ट्र के लिए सिरदर्द का मुद्दा बना हुआ है। यह दोनों देशों की उनकी पहली यात्रा है। संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीनी राजदूत रियाद मंसूर ने कहा कि यह यात्रा, एक बेहद महत्वपूर्ण समय पर हो रही है जब द्वि-राष्ट्रीय समाधान के मुद्दों पर बहस जारी है। इस प्रस्ताव के तहत दो राष्ट्रों को एकसाथ शांति से रहने को कहा जाएगा। (ट्रंप की चेतावनी पर जोंग का पलटवार, करेगा अमेरिका के प्रशांत क्षेत्र के गुआम पर मिसाइल हमला)
मंसूर ने कहा कि महासचिव इस बात पर दृढ़ हैं कि द्वि-राष्ट्रीय समाधान के लिए इसके अलावा और कोई रास्ता नहीं है। इसलिए द्वि-राष्ट्रीय समाधान के महत्व पर जोर देना और उसका पालन करना तथा इसके चारों ओर वैकि आम सहमति का सम्मान करना, यह कुछ ऐसा है जिसे इस्राइली नेतृत्व को सुनना चाहिए।
इस्राइल के राजदूत डैनी डैनन ने कहा कि इस यात्रा से उन्हें हमारे क्षेत्र में मौजूद चुनौतियों एवं अवसरों दोनों को प्रत्यक्ष तौर पर देखने का मौका मिलेगा, जिसमें लेबनान में सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के विपरीत हिजबुल्ला की गतिविधियां शामिल हैं। गुटेरेस 28 अगस्त को इस्राइल पहुंचेंगे और 29 अगस्त को राष्ट्रपति मोहम्मद अब्बास सहित फलस्तीनी नेताओं से मुलाकात करेंगे। महासचिव 30 अगस्त को गाजा का दौरा करेंगे।