सिडनी: विज्ञान कहता है कि किसी भी व्यक्ति का ब्लड ग्रुप उसके जन्म के वक्त ही निश्चित हो जाता है और यह फिर जीवन में कभी नहीं बदलता, लेकिन एक वाकया कहता है कि किसी का ब्लड ग्रुप अचानक बदल भी सकता है। चौंक गए न आप। आप सोच रहे होंगे कि ऐसा असंभव है और किसी भी सूरत में यह बात सच नहीं हो सकती, लेकिन यहां आप गलत हैं। कम से कम एक लड़की के साथ घटी घटना तो ऐसा ही दावा कर रही है। यह घचना ऑस्ट्रेलिया की है।
ऑस्ट्रेलिया की रहने वाली डेमी ने दरअसल लीवर ट्रांसप्लांट के लिए ऑपरेशन करवाया था। ऑपरेशन के कुछ दिन बाद ही उसे मालूम चला कि उसका ब्लड ग्रुप बदल चुका है। वहीं इस बारे में डॉक्टर्स का कहना है कि इस तरह की घटना 6 करोड़ लोगों में से एक या दो व्यक्तियों के साथ ही होती है। शायद डेमी उन सभी लोगों में से एक है। जब डेमी 15 साल की थी तो उनका लीवर खराब था।
डॉक्टरों का कहना था कि उनकी बीमारी का केवल एक ही इलाज था लीवर ट्रांसप्लांट, इसके जरिए ही उसे बचाया जा सकता था। जिस व्यक्ति का लीवर डेमी को दिया गया उसी के बल्ड ग्रुप को ही डेमी के शरीर ने अपना लिया। डॉक्टरों का यह भी कहना है कि इस तरह के केस बहुत कम देखने को मिलते हैं कि किसी व्यक्ति का शरीर दूसरा ब्लड ग्रुप अपना ले। हैरान करने वाली बात यह है कि ट्रांसप्लांट के दौरान जब किसी व्यक्ति का ब्लड ग्रुप मैच नहीं करता तो रिसीवर को अपनी पूरी जिंदगी एंटी-रिजेक्शन ड्रग्स पर गुजारनी पड़ती है।
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