मौत का आभास होते ही यात्री भयभीत हो गए थे
लेकिन इस हादसे से ठीक पहले जब विमान में खतरे का अहसास हुआ तो मौत को सामने देख 217 मुसाफिर चिल्लाने लगे। 217 यात्रियों में 138 महिलाएं और 17 बच्चे थे। हादसे के वक्त उनका क्या हाल हुआ होगा ये सोच कर भी रूह कांप जाती है। कुछ पल तक हवा में टूट कर बिखरने के बाद ये प्लेन क्रैश कर गया। मिस्र के सिनाई द्वीप के ऊपर इस विमान का मलबा गिरा।
विमान में सवार लोगों में ज्यादा लोग रूस के नागरिक थे, जो मिस्र में छुट्टियां बिताने के बाद वापस अपने देश लौट रहे थे। लेकिन बदकिस्मती से ये उनका आखिरी सफर साबित हुआ। रेस्क्यू टीम को प्लेन का ब्लैक बॉक्स मिल गया है। इसकी जांच के बाद ही हादसे की सही वजह का पता चल पाएगा।