तेहरान: राजनीतिक वैमनस्य के बीच कूटनीतिक गतिरोध को तोड़ते हुए हज यात्रा के लिये ईरान से हजारों की तादाद में हजयात्री सऊदी अरब पहुंचे। वर्ष 2015 में भीषण भगदड़ की घटना के मद्देनजर पिछले साल ईरान की गैरमौजूदगी के बाद इस सप्ताह हज में ईरानी हजयात्रियों की वापसी हुई। वर्ष 2015 की भगदड़ में करीब 2,300 लोगों की मौत हो गयी थी जिनमें से 464 ईरानी नागरिक थे। इस त्रासदी के बाद मक्का मदीना के पवित्र स्थलों के सउुदी अरब के संरक्षक की भूमिका पर ईरान की ओर से तीखी प्रतिक्रिया हुई थी। (मंगलवार को टेक्सास के कॉर्पस क्रिस्टी के दौरे पर जाएंगे ट्रंप, मेलानिया)
एक प्रमुख शिया हस्ती को सऊदी अरब में फांसी देने की घटना के बाद जनवरी 2016 में प्रदर्शनकारियों ने तेहरान एवं मशहद में सऊदी वाणिज्य दूतावासों को आग लगा दी थी। इसके बाद सऊदी अरब ने ईरान से हर तरह के संबंध तोड़ लिये थे।
बहरहाल, मार्च में हुए एक समझौते के तहत सऊदी अरब ईरानी हजयात्रियों को वीजा देने के मुद्दे पर सहमत हुआ। इसके बाद तकरीबन 86000 ईरानी हज के लिए सऊदी अरब पहुंचे। सऊदी अरब ने ईरान के राष्ट्रीय वाहक ईरान एयर को भी अपने यहां अधिकतर तीर्थस्थानों के लिये उड़ान भरने की इजाजत दी है। कुछ को सउुदी विमान से ले जाया गया।