बेरूत: सीरिया में जिहादियों के खिलाफ लड़ रहे अमेरिका की अगुवाई वाले गठबंधन ने माना है कि उसने शायद पूर्व में एक सैन्य ठिकाने पर हमला किया है। रूस ने कहा है कि इन हमलों में कम से कम 62 सैनिक मारे गए हैं। ये हमले एक ऐसे समय पर हुए हैं, जब सीरिया में पांच वर्ष से चले आ रहे गृह युद्ध में हो रहे रक्तपात को रोकने के लिए लगाए गए कमजोर संघर्षविराम को एक सप्ताह से भी कम समय हुआ है। रूस ने आरोप लगाया है कि नरमपंथी विद्रोही संघर्षविराम को विफल कर रहे हैं।
अमेरिकी अधिकारियों ने कल कहा कि सीरिया में इस्लामिक स्टेट (IS) समूह से लड़ रहे अमेरिका की अगुवाई वाले गठबंधन ने शायद सीरियाई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। पेंटागन ने एक बयान में कहा कि गठबंधन के बलों को लगा कि वे आईएस के लड़ाकू ठिकानों पर हमला कर रहे हैं। गठबंधन ने तब अपने हवाई हमले तुरंत रोक दिए जब रूसी अधिकारियों ने गठबंधन के अधिकारियों को बताया कि जिन कर्मियों और वाहनों को निशाना बनाया गया है वे संभवत: सीरियाई सेना के हैं।
रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् की आपात बैठक बुलाने की गुजारिश की है जिसके बारे में राजयनिकों ने कहा कि वह कल अंतरराष्ट्रीय समयानुसार सात 11 बजकर 30 मिनट पर शुरू होनी थी। सीरियाई ऑब्जर्वेटरी ऑफ ह्यूमन राइट्स निगरानी समूह ने 83 सैनिकों के मारे जाने का आंकड़ा दिया है। इसने पुष्टि की है कि अमेरिका की अगुवाई वाले गठबंधन ने हमला किया था। रूसी सेना ने एक बयान में कहा है कि इन हमलों में 62 सीरियाई सैनिक मारे गए हैं जबकि 100 अन्य जख्मी हुए हैं।