संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र ने आज बताया है कि मध्य अफ्रीकी गणराज्य में इसाई विद्रोही समूह ने संयुक्त राष्ट्र के एक काफिले पर घात लगाकर हमला किया जिसमें चार शांतिरक्षकों की मौत हो गई, आठ घायल हो गए और एक शांतिरक्षक लापता है। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बताया कि सोमवार रात हुए इस संघर्ष में एंटी बलाका विद्रोही समूह के आठ लड़ाके भी मारे गए। संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक मिशन ने बताया कि बाकी बचे हमलावर झाडि़यों में भाग गए। (FBI निदेशक जेम्स कोमी को बर्खास्त किए जाने पर प्रित भरारा ने जताई चिंता)
दुजारिक ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र मिशन ने संघर्ष स्थल बंगासोउ के लिए एक हेलिकॉप्टर और अतिरिक्त सैन्य बल रवाना किया है। यह संघर्ष स्थल राजधानी बांगुई से 474 किलोमीटर दूर है। लापता शांतिरक्षक की तलाश जारी है। उन्होंने बताया कि घात लगाकर किए गए शुरआती हमले और गोलीबारी में कंबोडिया के एक शांतिरक्षक की मौत हो गई और मोरक्को के सात तथा कंबोडिया का एक शांतिरक्षक घायल हो गया। संयुक्त राष्ट्र और कंबोडियाई अधिकारियों के मुताबिक कंबोडिया के तीन सैनिकों और मोरक्को के एक शांतिरक्षक के भी गायब होने की भी सूचना है। दुजारिक ने बताया कि गायब हुए तीन शांतिरक्षकों का शव बाद में बरामद कर लिया गया। उन्होंने बताया कि अभी तक इन लोगों की राष्ट्रीयता का पता नहीं चला है।
उन्होंने बताया कि घायल हुए शांतिरक्षकों को हेलिकॉप्टर से राजधानी लाया गया और उनका इलाज चल रहा है। साथ ही संयुक्त राष्ट्र अपराधियों की गिरफ्तारी और न्याय सुनिश्चित करने के लिए सरकार के साथ सहयोग कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस हमले की निंदा करते हुए कल एक बयान जारी करके कहा, संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों पर हमले को युद्ध अपराध कहा जा सकता है। उन्होंने मध्य अफ्रीकी गणराज्य के अधिकारियों से इस अपराध के लिए जिम्मेदार लोगों को जल्द से जल्द न्यायिक कठघरे में लाने को कहा है। देश के इसाई राष्ट्रपति को मुस्लिम विद्रोहियों द्वारा सत्ता से हटाए जाने के बाद साल 2013 से यह देश संघर्ष से गुजर रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने यहां शांतिबहाल मिशन की शुरआत साल 2014 में की थी और दोनों पक्षों के बीच संघर्ष से नागरिकों की सुरक्षा के लिए यहां 12,000 सैनिक तैनात हैं।