काहिरा: मिस्र की अदालत ने 2012 में फुटबाल मैच के दौरान हुए उपद्रव में शामिल रहने के दोषी पाए गए 11 लोगों को मौत की सजा सुनाई। उपद्रव में 72 प्रशंसकों की मौत हो गई थी। मीना समाचार एजेंसी के अनुसार पोर्ट सेड क्रिमिनल कोर्ट ने फैसले से पूर्व धर्मगुरुओं से इस बारे में राय मांगी थी। यहां के नियम के अनुसार मौत की सजा देने से पहले धार्मिक संस्थाओं की सलाह लेना जरूरी होता है।
गौरतलब है कि तीन साल पहले फरवरी-2012 में अल एहली और अल-मैस्री क्लब के बीच हुए मुकाबले के दौरान हुए उपद्रव के बाद तत्काल 73 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसमें नौ सुरक्षा अधिकारी भी शामिल थे।