पश्चिम बंगाल में रानीपतरा रेलवे स्टेशन के पास सोमवार को भीषण हादसा देखने को मिला। यहां चतर हाट जंक्शन और रानीपतरा रेलवे स्टेशन के बीच कंचनजंघा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच भीषण टक्कर हो गई। इस घटना में 9 लोगों की मौत हो गई और दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं। यह हादसा इतना भीषण था कि ट्रेन के डिब्बे एक दूसरे के ऊपर चढ़ गए। मालगाड़ी को पीछे से टक्कर मारने वाली मालगाड़ी को स्वचालित सिग्नलिंग "विफल" हो जाने के कारण सभी लाल सिग्नल पार करने की अनुमति दी गई थी। रेलवे के आंतरिंग दस्तावेज से यह पता चला है।
12 घंटे बाद ट्रेन सेवा शुरू
इस घटना के बाद प्रशासन और रेलवे की टीम घटनास्थल पर पहुंची और ट्रेन के बोगियों को वहां से हटाना शुरू किया गया। इस घटना के बाद से ही ट्रेनों की आवाजाही इस रूट पर बाधित हो गई। कई घंटों के प्रयास के बाद ट्रेन के डिब्बों को पटरी से हटा दिया गया। इसके अब जाकर ट्रेन सेवाओं को दोबारा शुरू किया जा चुका है। रेलवे ने वॉर फूटिंग पर काम करते हुए लगभग 12 घंटे में सेवाएं शुरू कर दी है। हादसे के करीब 12 घंटे बाद पहली मालगाड़ी को रेलवे ट्रैक से रवाना किया गया, जिसका वीडियो भी अब जाकर सामने आया है।
पीएम मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को पश्चिम बंगाल में रेल हादसे में लोगों की मौत पर शोक जताया और कहा कि उन्होंने अधिकारियों से बात कर स्थिति का जायजा लिया तथा उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। मोदी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "पश्चिम बंगाल में हुआ रेल हादसा बहुत ही दुखद है। उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।"
(रिपोर्ट- अनामिका गौर)