पश्चिम बंगाल से लूट की एक अनौखी घटना सामने आई है। राज्य के दो अलग-अलग जिलों में लुटरों ने एक ही कंपनी की जेवर की दो दुकानों को एक साथ लूटने की कोशिश की। लुटेरे एक दुकान को तो लूटने में सफल रहे, जबकि दूसरी दुकान में पुलिस और लुटेरों के बीच थोड़ी देर तक गोलीबारी हुई। जानकारी के मुताबिक घटना मंगलवार शाम की है। डकैती की पहली घटना नदिया जिले के राणाघाट में देखी गई और दूसरी कोशिश पुरुलिया जिले के नमोपारा में हुई। दोनों दुकानें एक ही कंपनी सेनको गोल्ड की हैं।
एक में दुकान में 7 लाख की चोरी, दूसरी में पुलिस से मुठभेड़
राणाघाट इलाके हुई घटना के मामले को स्थानीय पुलिस स्टेशन के संज्ञान में लाया गया। इसके बाद पुलिस फौरन मौके पर पहुंची और फिर बदमाशों के साथ मुठभेड़ होने के बाद उन्हे पकड़ लिया। हालांकि उनके कुछ सहयोगी फरार हो गए। इसमें एक पुलिसकर्मी भी घायल हो गया। पुलिस ने फरार बदमाशों की तलाश और धरपकड़ के लिए बड़े पैमाने पर छापेमारी शुरू कर दी है। वहीं, नामोपारा की घटना में आग के हथियारों से लैस आठ बदमाश सेनको गोल्ड की आभूषण दुकान में घुस गए और 7 लाख रुपये के गहने लूटकर भाग गए।
'घटना को लेकर आरोप-प्रत्यारोप शुरू'
इस बीच राज्य के दो अलग-अलग जगहों पर हुई डकैतियों को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया। मामले में जहां विपक्षी दलों ने दावा किया है कि ये दोनों घटनाएं वेस्ट बंगाल में कानून व्यवस्था की दयनीय स्थिति को साबित करती हैं, तो वहीं सत्तारूढ़ पार्टी TMC ने विपक्षी दलों पर हर मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है।
'संगठन ने राज्य के मुख्य सचिव को लिखा पत्र'
इस दौहरी डकैती के मामले पर सोने के आभूषण व्यापारियों के एक संगठन ने गहन चिंता व्यक्त करते हुए राज्य के मुख्य सचिव एच.के. द्विवेदी को एक पत्र लिखा है। एसोसिएशन ने भविष्य में ऐसी घटनाओं के रिपीटेशन से बचने के लिए उचित सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है।
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