West Bengal: दक्षिण कोलकाता के प्रेसीडेंसी सेंट्रल करेक्शनल होम में मौत की सजा काट रहे एक कैदी ने आत्महत्या करने का प्रयास किया। इसके बाद उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। रईस कुरैशी (50) को सरकारी एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रॉमा केयर यूनिट में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
खुद पर कई बार चाकू से किया हमला
शुक्रवार की रात कुरैशी ने अपने सेल में खुद पर कई बार चाकू से हमला किया। जब मामला सुधार गृह के वार्डन व सुरक्षा गार्डो के संज्ञान में आया, तो उन्होंने जल्दी से सेल में घुसकर कैदी के हाथ से धारदार हथियार छीना और अस्पताल में भर्ती कराया। कुरैशी को चार लोगों की हत्या के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई थी।
घटना को लेकर उठ रहे कई सवाल
इस घटना को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं, पहला यह कि कैदी के जेल में तेज धारदार चाकू कैसे पहुंचा। दूसरा सवाल यह है कि क्या किसी ने कुरैशी को इस तरह का कदम उठाने के लिए उकसाया था। हालांकि, राज्य सुधार सेवा विभाग के अधिकारियों ने घटना पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। स्थानीय थाने की पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
गुजरात के वडोदरा में भी हो चुकी है ऐसी घटना
21 सितंबर को गुजरात के वडोदरा केंद्रीय सुधार गृह में सात विचाराधीन कैदियों ने फिनाइल और डिटर्जेट तरल पीकर सामूहिक आत्महत्या का प्रयास किया। सुधार गृह के कैदियों में से एक हर्ष लिम्बाचिया ने आरोप लगाया कि जेल अधिकारियों ने उनकी टिफिन सेवाओं को रोक दिया था और इसे बहाल करने के लिए रिश्वत की मांग कर रहे थे। कैदी ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें बैरक से बाहर नहीं जाने दिया जाता। साथ ही जेल के कैदियों को समय पर भोजन नहीं दिया जाता है।
कुछ दिनों पहले यूपी में एक ने की थी खुदकुशी
कुछ दिनों पहले कानपुर स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) में एक छात्र ने हॉस्टल के अपने कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। पुलिस आयुक्त बी पी जोगदंड ने बुधवार को बताया कि आईआईटी में मैकेनिकल इंजीनियरिंग से पीएचडी कर रहे 32 वर्षीय प्रशांत सिंह ने रात को हॉस्टल के अपने कमरे में फांसी लगा ली और वहां से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है।
छात्र के मोबाइल फोन और लैपटॉप को जब्त कर लिया गया है। माना जा रहा है कि इससे मामले का कुछ सुराग मिल सकता है। जोगदंड ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया है। इस बीच, आईआईटी कानपुर द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि हॉल-8 के एक व्यक्ति ने संस्थान की सुरक्षा इकाई को यह सूचना दी थी कि पीएचडी के छात्र प्रशांत सिंह का कमरा अंदर से बंद है और छात्र कोई जवाब नहीं दे रहा है। बयान के मुताबिक संस्थान के अधिकारियों ने दरवाजा तोड़ कर देखा तो प्रशांत सिंह फांसी के फंदे से लटका मृत पाया गया। उसके बाद घटना की सूचना उसके परिवार के लोगों को दी गई।