West Bengal Post Poll Violence: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद हिंसा मामले में सीबीआई ने अब तक कुल 21 केस दर्ज किए हैं। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद हुई हिंसा मामले में सीबीआई ने शनिवार को 10 और केस दर्ज किए अब तक कुल 21 मामले दर्ज किए गए हैं और 2 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद हिंसा में हत्या, सामूहिक बलात्कार और हत्या के प्रयास की घटनाओं से संबंधित अबतक कुल 21 एफआईआर दर्ज की गई हैं।
सीबीआई ने पश्चिम बंगाल चुनाव बाद हिंसा मामले में 2 गिरफ्तारियां की हैं। बिजॉय घोष और एक महिला असीमा घोष की गिरफ्तारी की गई है। दोनों को शनिवार दोपहर हिरासत में लिया गया था, इस केस में 15 जगह रेड्स भी की है। आरसी नंबर 5 में ये गिरफ्तारी हुई है। नादिया डिस्ट्रिक्ट के छपरा थाने मामले में गिरफ्तारी हुई है।
कोलकाता हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने 26 तारीख को पहले पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा मामले में 9 मुकदमे दर्ज किए थे, इसके बाद बीते शुक्रवार को 2 और मामले दर्ज किए। आज शनिवार को जांच को आगे बढ़ाते हुए सीबीआई ने 10 और नए मामले दर्ज किए हैं। बंगाल विधानसभा चुनाव बाद हिंसा मामले में कुल मिलाकर अब तक हिंसा मामले में 21 मामले दर्ज किए गए हैं।
ये सभी मामले हत्या, हत्या की कोशिश, सेक्सुअल हरैसमेंट, रेप के मामले हैं। ये सभी मामले पहले पश्चिम बंगाल के अलग-अलग डिस्ट्रिक्ट के थानों में दर्ज थे, लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने अलग से 21 मामले दर्ज करके जांच शुरू की है। सीबीआई के 25 अफसर की टीम ज्वाइंट डायरेक्टर्स की अध्यक्षता में बंगाल में अलग-अलग केस की जांच कर रही है।एक्शन लेते हुए बंगाल की नादिया डिस्ट्रिक्ट के पुलिस स्टेशन छपरा थाने में जो मामला दर्ज हुआ था तीसरा केस, जिसे बाद में सीबीआई ने दर्ज किया। इसमें आरोप था 8 लोगों ने आयरन चॉपर से मारा। इस मामले में सीबीआई ने दो आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
बता दें कि, केंद्रीय जांच ब्यूरो ने कोलकाता हाई कोर्ट के निर्देश पर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा के बाद हत्या और बलात्कार के मामलों की जांच शुरू कर दी है। सीबीआई ने इन मामलों की जांच के लिए 4 विशेष जांच टीमों का गठन किया था जिसमें चार संयुक्त निदेशक शामिल हैं और प्रत्येक टीम में 25 अधिकारी कर्मचारी रखे गए हैं। सीबीआई ने चुनाव बाद हिंसा के पीड़ितों के परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज करना शुरू कर दिया है। अधिकारी फोरेंसिक विशेषज्ञों के साथ घटनास्थल पर जाने की तैयारियां कर रहे हैं।