West Bengal Panchayat Election 2023: पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा चुका है। इस बीच 9 जून को बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने घोषणा की कि उनकी पार्टी राज्य में आगामी पंचायत चुनाव में मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि 8 जुलाई को कार्यकर्ताओं की हुई बैठक में कम्युनिष्ट पार्टी को पूरा समर्थन देने को कहा गया है। अधीर रंजन चौधरी का बयान ऐसे समय पर आया है जब बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायती राज प्रणाली की करीब 75,000 सीट पर चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है जो कि 15 जून तक चलेगी।
क्या बोले अधीर रंजन चौधरी
पंचायत चुनाव में नामांकन दाखिल करने के लिए दी गई तारीख को कलकत्ता हाईकोर्ट ने अपर्याप्त बताया है और इस बाबत निर्वाचन आयोग से 12 जून तक जवाब देने को कहा है। इस मामले पर अधीर रंजन चौधरी का कहना हा कि पश्चिम बंगाल में लोग तभी वोट डाल पाएंगे जब यहां केंद्रीय बलों की तैनाती होगी। उनकी मौजूदगी के कारण सागरदिघी उपचुनाव में मतदान संभव हो सका था। इसलिए तृणमूल कांग्रेस वहां हार गई और कांग्रेस को जीत मिली। उन्होंने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर आप डरी हुई नहीं है तो पंचायत चुनाव कराने की इच्छुक हैं तो केंद्रीय बलों की तैनाती में आनाकानी क्यों कर रही हैं।
चौधरी ने इससे पहले कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर नामांकल ऑनलाइन करने और केंद्रीय बलों की तैनाती किए जाने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि दीदी कलकत्ता हाईकोर्ट में हलफनामा दायर करें और बताएं कि वह राज्य में स्वतंत्र चुनाव सुनिश्चित करेंगी। हम चुनाव से बचने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। लेकिन हम चाहते हैं कि ये शांतिपूर्ण तरीके से हो। उन्होंने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि हमें 2018 के पंचायत चुनाव याद हैं जब डर के कारण लगभग 34 फीसदी आबादी ने ही मतदान किया था। टीएमसी ने बिना किसी चुनौती के 20,000 सीटों पर जीत हासिल की थी और कई लोगों की हत्या कर दी गई थी।