Highlights
- TMC ने सियालदह मेट्रो स्टेशन के उद्घाटन का बहिष्कार किया
- अपने अतीत के पापों का परिणाम भुगत रही है TMC: BJP नेता
- पूर्व-पश्चिम मेट्रो परियोजना की आधारशिला पूर्व सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्य ने रखी थी
West Bengal News: तृणमूल कांग्रेस(TMC) के सांसदों ने सोमवार को कोलकाता में सियालदह मेट्रो स्टेशन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय रेलवे ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का "अपमान" किया है। सियालदह मेट्रो स्टेशन पूर्व-पश्चिम मेट्रो गलियारे का एक हिस्सा है। इसका शाम को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने हावड़ा मैदान से डिजिटल तरीके से उद्घाटन किया। TMC के नेता एवं उत्तर कोलकाता से सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, "भारतीय रेलवे ने हमारी मुख्यमंत्री का अपमान किया है। इसलिए हमने कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया। सबको पता है कि रेल मंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल में ममता बनर्जी ने निर्बाध यात्री सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए कितना काम किया है।"
जनता के दबाव में आखिरी पल में भेजा गया निमंत्रण
TMC द्वारा सियालदह मेट्रो स्टेशन के उद्घाटन पर सीएम बनर्जी को आमंत्रित नहीं किए जाने वाले दावे से विवाद उत्पन्न हो गया था। इस कारण पैदा हुए विवाद के बीच, मेट्रो रेलवे कोलकाता ने रविवार रात कहा था कि उसने मेट्रो स्टेशन के उद्घाटन के लिए CMO, तृणमूल के स्थानीय सांसद बंद्योपाध्याय और पार्टी विधायक परेश पाल को ऑफिशियल निमंत्रण भेजा है। तृणमूल ने दावा किया है कि रेलवे को अच्छी तरह पता था कि सीएम सोमवार को मौजूद नहीं होंगी। इसके बावजूद उद्घाटन का कार्यक्रम उसी दिन तय किया गया और उनके कार्यालय को जनता के दबाव में "आखिरी क्षण" में निमंत्रण भेजा गया।
"TMC अतीत के पापों का परिणाम भुगत रही है"
TMC की आलोचना करते हुए BJP के नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि पार्टी "अपने अतीत के पापों का परिणाम भुगत रही है।" उन्होंने कहा, "रेल मंत्री के तौर पर ममता बनर्जी ने वाम मोर्चा की सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य को कई मौकों पर आधिकारिक कार्यक्रमों के लिए आमंत्रित नहीं किया था। इसलिए कम से कम उन्हें तो शिष्टाचार की बात नहीं करनी चाहिए।" सिन्हा ने कहा "मुख्यमंत्री, तृणमूल के स्थानीय सांसद और विधायक को आमंत्रित किया गया है, लेकिन वे इस बात का मुद्दा बनाना चाहते हैं।" पूर्व-पश्चिम मेट्रो परियोजना हावड़ा को कोलकाता और साल्ट लेक से जोड़ेगी। इस परियोजना की आधारशिला, फरवरी 2009 में तत्कालीन मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने रखी थी।