पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग ने थक-हारकर आज आर जी कर मेडिकल व हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर कार्रवाई कर ही दी। विभाग ने आखिरकार संदीप घोष को संस्पेंड कर दिया है। साथ ही उन्हें पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल से भी निलंबित कर दिया गया है। बता दें कि पूर्व प्राचार्य संदीप घोष कोलकाता महिला डॉक्टर रेप केस में विवादों में घिरे हैं।
पहले ही हो चुकी है गिरफ्तारी
जानकारी के लिए बता दें कि सीबीआई ने बीते सोमवार को पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को गिरफ्तार कर लिया। 16 अगस्त से लगातार 15 दिनों तक संदीप से सीबीआई ने पूछताछ की। हालांकि पिछले शनिवार व रविवार को उनसे पूछताछ नहीं की गई थी, पर सोमवार को उन्हें फिर से सीजीओ कॉम्प्लेक्स में सीबीआई ने तलब किया। इसके बाद शाम को सीबीआई के अधिकारी संदीप को वहां से निकालकर निजाम पैलेस लेकर गए। इसके बाद सीबीआई ने बताया कि संदीप को गिरफ्तार कर लिया गया है।
3 और गिरफ्तार
साथ ही सीबीआई ने बताया कि संदीप घोष के साथ दो विक्रेताओं बिप्लव सिंघा और सुमन हजारा को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि संदीप ने अपने कार्यकाल में विप्लव और सुमन नाम के दोनों वेंडर को नियमों को ताक पर रखकर मोटे कमीशन के चक्कर में टेंडर जारी दिए। वहीं, संदीप घोष के अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी अफसर अली को भी गिरफ्तार किया है।
अफसर अली संदीप घोष का काफी करीबी बताया जा रहा है जिसे होने वाली तमाम वित्तीय धांधलियों की जानकारी रहती थी और इसमें उसकी पूरी संलिप्तता मिली। बता दें कि सीबीआई के रडार पर मेडिकल कॉलेज में हुई वित्तीय अनियमितताओं को लेकर अभी कुछ और मौजूदा स्टाफ हैं जिनकी जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती है, सीबीआई ने इस मामले में अभी तक 25 रेड की हैं।
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