कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को दुर्गा पूजा को लेकर बड़ा फैसला लिया है। ममता बनर्जी ने दुर्गापूजा से पहले फेरीवालों को भी बड़ा गिफ्ट दिया है। सीएम ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल सरकार दुर्गा पूजा के लिए फेरीवालों को 2,000 रुपये देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही 75,000 फेरीवालों की सूची भी तैयार कर ली गई है। ममता बनर्जी ने बंगाल के प्रमुख त्योहार दुर्गा पूजा पंडालों में करने की इजाजत दे दी है, लेकिन इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने इसके लिए कुछ नियम निर्धारित किए हैं जिसका हर हाल में कड़ाई से पालन करना होगा।
बता दें इस बार शारदीय नवरात्रि 17 अक्टूबर से प्रारंभ हो रहे हैं। अधिमास होने की वजह से इस बार मां दु्र्गा का उत्सव पितृपक्ष ख्त्म होने के एक महीने बाद शुरू होगा, हालांकि इस बार कोरोना महामारी की वजह से दुर्गाउत्सव पर भव्य आयोजन नहीं होंगे। बता दें कि, इस बार 17 से 25 अक्टूबर तक नवरात्रि रहेगी और 26 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा, जबकि 14 नवंबर को दीपावली मनाई जाएगी।
पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के लिए गाइडलाइन जारी
वहीं पश्चिम बंगाल सरकार ने बंगाल के प्रमुख त्योहार नवरात्रि और दशहरा के अवसर पर दुर्गा पूजा करने की इजाजत कुछ कड़े नियमों और शर्तों के साथ दी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रदेश भर में दुर्गा पूजा की अनुमति देने के साथ ही कुछ नियम लागू किए गए हैं। जिसके अंतर्गत दुर्गा पूजा के दौरान, पंडाल को चारों तरफ से खोलना अनिवार्य होगा यानि कि चारों ओर से पंडाल बंद नहीं होंगे। पंडाल पर केवल छत ही होगी। वहीं हर पंडाल समिति को हैंड सेटेटाइजर को पंडालों के प्रवेश द्वार पर रखना अनिवार्य होगा। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हर किसी को आयोजन में मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। इसके साथ ही दुर्गा पूजा पंडालों में सोशल डिस्टेसिंग का कड़ाई से पालन करने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा सरकार के इस आदेश के अनुसार दुर्गा पूजा पंडालों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की अनुमति नहीं दी गई है।
दुर्गा पूजा समितियों को 50,000 रुपए देगी ममता सरकार
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुर्गा पूजा समितियों को राज्य सरकार से अनुदान के रूप में प्रत्येक को 50,000 रुपए देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही दुर्गा पूजा से पहले 70,000 फेरीवालों को 2000 रुपये का एकमुश्त अनुदान देने का ऐलान किया है। बता दें मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने भी कुछ गाइडलाइन के तहत दुर्गा उत्सव का आयोजन करने का फैसला किया है लेकिन इस दौरान सभी को सख्ता से दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।