कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार ने निजी अस्पतालों पर नकेल कसने के लिए कोविड-19 टेस्ट की सीमा तय कर दी है। अब राज्य में 2250 रुपए में कोविड-19 का टेस्ट करना होगा। इसके अलावा पी पी व दूसरे सामानों के लिए भी 1000 से ज्यादा नहीं लिए जा सकेंगे। पश्चिम बंगाल में एक दिन में कोविड-19 के सबसे अधिक 542 नए मामले सामने आने के साथ ही राज्य में शुक्रवार तक कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 16,190 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, पिछले 24 घंटे में राज्य में 10 लोग की कोविड-19 से मौत हुई है जिनमें से आठ को अन्य गंभीर बीमारियां भी थीं। बुलेटिन के अनुसार, चार लोग की मौत हावड़ा में हुई है वहीं कोलकाता में तीन और हुगली, दार्जिलिंग और दक्षिण 24 परगना जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। उसमें कहा गया है कि अभी तक कुल 10,535 लोग इलाज के बाद संक्रमण मुक्त हुए हैं। राज्य में फिलहाल 5,039 लोग ऐसे हैं जिनका कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है।
यह भी पढ़ें- पश्चिम बंगाल में सभी स्कूल-कॉलेज 31 जुलाई तक रहेंगे बंद, शिक्षा मंत्री ने किया ऐलानपश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को घोषणा की कि 31 जुलाई तक बढ़ाए गए कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान रात 9 से सुबह 5 बजे के बजाय अब रात 10 से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा। उन्होंने कहा कि वह चाहती हैं कि एक जुलाई से मेट्रो सेवाएं फिर से शुरू कर दी जाएं। इस दौरान सभी सवारियां बैठकर यात्रा करें और कोई भी खड़े होकर सफर न करे।
बनर्जी ने कहा, ''हमने तय किया है कि (एक जुलाई से) रात्रि कर्फ्यू रात 10 से सुबह 5 बजे तक लागू रहेगा। हम चाहते हैं कि सभी ऐहतियाती कदम उठाते हुए एक जुलाई से मेट्रो सेवाएं शुरू की जाएं। इस दौरान केवल बैठकर ही यात्रा की जाए।'' उन्होंने कहा कि कोलकाता मेट्रो रेलवे यह सुनिश्चित करे कि यात्री केवल बैठकर यात्रा करें और कोई यात्री खड़ा न हो और न ही ट्रेन में भीड़ हो। इस सप्ताह की शुरुआत में बनर्जी ने मौजूदा लॉकडाउन 31 जुलाई तक बढ़ाने की घोषणा की थी।